मुंबई पुलिस ने एक लड़की को बचाने के लिए किंग खान यानी शाहरुख खान से मदद मांगनी पड़ी है. पुलिस ने इस मिशन को अंजाम देने के लिए एक ख़ास नाम भी दिया था. जी हां, लड़की को बचाने का कोड नेम था 'ऑपरेशन किंग ख़ान'. दरअसल, मुंबई पुलिस के जीआरपी को एक खबर मिली थी की, कुछ लोग पश्चिम बंगाल से 17 साल की मासूम लड़की को बेचने के लिए मुंबई लेकर आए हैं. उस लड़की को बॉलीवुड के किंग यानी शाहरुख खान से मिलाने का झांसा देकर बहला फुसलाकर मुंबई लाया गया था.
पीड़िता को झांसा दिया गया था कि उसे शाहरुख के बांद्रा स्थित बंगलो पर मिलाएंगे, इस झांसे के बाद लड़की आरोपी के साथ मुंबई आ गयी. 12वीं क्लास में पढ़ने वाली पीड़िता को आरोपी ने खुद को इवेंट मैनेजर बताया था और वादा किया था कि उसके कॉन्टेक्ट शाहरुख खान से हैं। शाहरुख खान से मिलाने का झांसा देकर बंगाल से तश्करी कर मुंबई लाई गई लड़की को जीआरपी ने रेस्क्यू कराया है.
पश्चिम बंगाल से 17 साल की मासूम लड़की को बॉलीवुड के किंग यानी शाहरुख खान से मिलाने का झांसा देकर बहला फुसलाकर मुम्बई लाने वाले गिरोह का भांडाफोड़ करते हुए दादर जीआरपी ने पीड़िता को रेस्क्यू करा लिया है. आरोपी जो खुद को इवेंट मैनेजर बताता है, उसकी पहचान शुभन शेख के तौर पर हुई है. शुभन मानव तस्करी गैंग का शातिर सदस्य है, जिसे पुलिस ने मीरा रॉड से गिरफ्तार किया है.
पीड़िता कोलकत्ता से 150 किलोमीटर दूर पालशिपारा नामक इलाके की रहने वाली है. कोलकत्ता पुलिस मुंबई पहुच कर पीड़िता को वापस लेकर गई है. साथ ही आरोपी की कस्टडी लेकर आगे की पूछताछ के लिए कलकत्ता लेकर गई है.
दादर जीआरपी सीनियर ध्यानेश्वर काटकर ने मामले के बारे में बात करते हुए कहा है, "43 वर्षीय आरोपी शेख ने पीड़ित लड़की को फेसबुक के जरिये अपने जाल में फसाया था इसने अपनी उम्र छुपाने के लिए अपने बेटे की फ़ोटो फॉसबुक पर प्रोफाइल पिक के तौर पर लगाई हुई थी कि लड़की को शक न हो और उसे फिर किंग खान से मिलाने का लालच देकर मुंबई बुलाया."
उन्होंने आगे कहा है, "आरोपी इतना शातिर था कि इसकी चाल का पता लड़की को न लगे इसलिए फेसबुक पर कम उम्र की फ़ोटो लगाए रखी थी. उसके बाद जब लड़की झांसे में आ गई तो इसने लड़की को यह कहा कि मैंने कोविड से संक्रमित हूँ तुमको लेने नहीं आ पाऊंगा इसलिए तुम मेरे पिता के साथ मुंबई आ जाओ उन्हें भेज रहा हूं. आरोपी फिर पालशिपारा पीड़िता के इलाके में गया, जहां लड़की कोचिंग पढ़ती थी वहां से उसे लेकर कोलकात्ता स्टेशन पहुचा. इस दौरान लड़की के सिम कार्ड को तोड़ कर फेंक दिया, जिससे कि लोकेशन ट्रैक न हो सके. इसी दौरान लड़की के परिवार वालो को जब कुछ घंटे तक बेटी घर नहीं आई तो स्थानिक पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने सभी रेलवे स्टेशनों को इसकी सूचना दी और साथ ही जब रेलवे स्टेशन का सीसीटीवी खंघाला तो दिखा आरोपी लड़की के साथ हावड़ा मेल में सवार हुए है उसके बाद दादर जीआरपी को सूचना दी गई जैसे ही ट्रेन दादर पहुचीं लड़की को रेस्क्यू करा लिया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया."
दादर जीआरपी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ध्यानेश्वर काटकर के मुताबिक हावड़ा जक्शन पर सीसीटीवी फुटेज में लड़की दिखने के बाद पुलिस ने सभी रेलवे स्टेशन को अलर्ट किया जहां हमनें समय रहते जैसे ही आरोपी ट्रेन से लड़की को लेकर पहुचा हमने उसे गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस यह जानने में जुटी है कि क्या लड़की की तश्करी के लिए मुंबई लाया गया था या फिर कोई और वजह थी । आखिर इस आरोपी के साथ कितने और लोग शामिल है जो ऐसी मासूम लड़कियों को बहला फुसलाकर कर ऐसे घिनोने कृत्य को अंजाम देते है.