विक्रमादित्य मोटवाने, जिन्हें 'उड़ान', 'लुटेरा', 'ट्रैप्ड' जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता हैं, उनका मानना है कि अच्छा लेखन सबसे ऊपर है. विक्रमादित्य मोटवाने ने कहा कि आज कहानियों को जिस तरह से कहा जाता है, उसमें बहुत कुछ बदल गया है और अच्छा कंटेंट नही होने वाली किसी भी चीज को स्वीकृति नहीं मिलेगी.
फिल्ममेकर विक्रमादित्य मोटवाने ने 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' और 'जीरो' जैसी फिल्मों के बारे में बात की. उन्होंने कहा आमिर खान और शाहरुख खान के होने के बावजूद ये फिल्म वर्क नही की. जबकि 'स्त्री', 'अंधाधुन' और 'बधाई हो' ने अपनी कहानी के कारण बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया.
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अपने एक इंटरव्यू में बात करते हुए विक्रमादित्य मोटवाने ने कहा, "फिल्म निर्माताओं के रूप में, हम सीमित थे. क्योंकि हम सिंगल स्क्रीन के लिए फिल्में बना सकते थे, फिर यह मल्टीप्लेक्स था लेकिन फिर हमें सिर्फ दो घंटे में कहानी कहनी होती थी. अब हम स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर एक फिल्म को ले जा सकते हैं. क्रिएटिव स्पेस में ट्रेंड्स अब यही बता रहे हैं कि कोई भी ऐसी चीज, जो कंटेंट ड्रिवेन नहीं है वो फेल हो जायेगी. इससे फर्क नहीं पड़ता कि उसमें कितना बड़ा स्टार है.''
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विक्रमादित्य मोटवाने का आगे कहना हैं, ''इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि फिल्म कितनी बड़ी है, अगर कहानी अच्छी नहीं है, तो इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा. स्टारडम शायद दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच सकती है, लेकिन इससे आगे कंटेट ही सब कुछ है.''