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अक्षय कुमार की 'मिशन मंगल' का बहुभाषी प्रोमो देख 'मनसे' को हुई मराठी फिल्म होने की गलतफहमी

बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार की इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रिलीज होने वाली फिल्म 'मिशन मंगल' के लिए एक्टर ने कई भाषाओं में प्रोमो बनवाया है. जिसमे से एक मराठी भाषा है. बता दें कि 52 सेकंड के इस प्रोमो के मराठी वर्जन को डब करते हुए एक्टर ने शायद ही सोचा होगा कि इसे राज ठाकरे की राजनीतिक पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) द्वारा विरोध का सामना करना पड़ेगा.

फिल्म में मिशन मार्स के डायरेक्टर राकेश धवन की भूमिका निभा रहे अक्षय को प्रोमो में एक कविता सुनाते हुए दिखाया गया है कि कैसे भारत में महिला वैज्ञानिकों को संस्कृति और परंपरा के आधार पर तैयार किया जाता है, लेकिन फिर भी मंगल को लक्ष्य बनाने के लिए उनमे दृढ़ विश्वास और हिम्मत होती है. कविता के बोल हैं, "मंगलसूत्र गले में है, और मंगल पे है नजर गड़ी, भारत की बेटी की उड़ान, कल सारा जग दोहराएगा, यह सिंदूर तक जायेगा."

(यह भी पढ़ें: 'मिशन मंगल' पर बोले अक्षय: 'महिलाएं पुरुषों के बराबर नही बल्कि उनसे बेहतर और पॉवरफुल है')

एक्टर ने हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, बंगाली और तेलुगू भाषाओं में ' यह सिंदूर ' वाला प्रोमो अपने सोशल अकाउंट पर शेयर किया है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड करने लगा और फैंस ने भी एक्टर द्वारा कई भारतीय भाषा बोलने पर उनकी प्रशंसा की. लेकिन दूसरी तरफ एमएनएस की फिल्म के अमेय खोपकर और एक प्रमुख फिल्म प्रोड्यूसर ने खुद इसपर आपत्ति जताई.

'मिशन मंगल' के प्रोमो पर एमएनएस चित्रपट सेना जिसके खोपकर अध्यक्ष हैं, ने कहा कि अक्षय-स्टारर फिल्म मराठी फिल्मों के साथ अनुचित प्रतिस्पर्धा होगी और इससे उन्हें स्क्रीन की संख्या भी कम मिलेगी. इसलिए, वे मराठी में अक्षय की स्पेस ड्रामा को जारी करने का विरोध करेंगे.

'मिशन मंगल', जो कि इसरो के मार्स ऑर्बिटर मिशन पर आधारित है, जिसे मंगलयान कहा जाता है, केप ऑफ गुड फिल्म्स, होप प्रोडक्शंस और फॉक्स स्टार स्टूडियो द्वारा निर्मित है. एमएनएस चित्रपट सेना की धमकी से हैरान फिल्म मेकर्स का कहना है कि "केवल प्रोमो मराठी में है. फिल्म में केवल एक हिंदी वर्जन है. यह सब अंतरिक्ष के बारे में है.और अंतरिक्ष का कोई क्षेत्र नहीं होता है." 

(Source: Peepingmoon)

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