बॉलीवुड स्टार जॉन अब्राहम 'रॉ' (रोमियो अकबर वाल्टर) और 'सत्यमेव जयते' के बाद एक और नेशनलिस्टिक एक्शन ड्रामा 'बाटला हाउस' लेकर आ रहे हैं. 'बाटला हाउस' फिल्म का लक्ष्य दिल्ली के जामिया नगर में बटला हाउस में हुए कथित आतंकवादियों के साथ 2008 की मुठभेड़ के पीछे की सच्चाई को पेश करना है.
ऐसे में इस 15 अगस्त को रिलीज होने जा रही जॉन की फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर अक्षय कुमार की 'मिशन मंगल' के साथ भिड़ंत है. जिसके बारे में बात करते हुए जॉन ने कहा, "अगर आप किसी भी बड़े एक्टर की फिल्मों को नोटिस करते हैं, तो वह हमेशा छुट्टी पर अपनी फिल्में रिलीज करते हैं. मुझे ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए? त्योहारों के मौके पर सब साथ में फिल्म देखने के लिए निकलते हैं, इसलिए ऐसे मौको पर रिलीज किया जाता है. अगर मेरे सामने कोई बड़ी फिल्म है, तो रहने दीजिये. हो सकता है, मेरे पास एक दिन बड़ी फिल्म होगी. मैं 'बाटला हाउस' को रिलीज करना चाहता हूं क्योंकि मुझे अपने कंटेंट पर भरोसा है और मुझे उम्मीद है कि मेरे साथ में रिलीज होने वाली हर दूसरी फिल्म का कंटेंट - अभी या बाद में - शानदार होगा."
(यह भी पढ़ें: जॉन अब्राहम ने वाईस प्रेजिडेंट एम. वेंकैया नायडू को दिखाई 'बाटला हाउस' की खास झलक)
जॉन ने फेलियर और कैसे क्लैश के कारण बिजनेस में फर्क पड़ता है, इन सभी मुद्दों पर भी बात की, "मेरे लिए अपनी फिल्मों को उन तारीखों पर रिलीज करना महत्वपूर्ण है जो मुझे लगता है कि मेरे लिए अच्छा है. मैंने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर 'सत्यमेव जयते' रिलीज की, और उसे अच्छी शुरुआत मिली थी.तो, मैं इसे फिर से करने की कोशिश करूंगा, और क्यों नहीं? यह ईगो के बारे में नहीं है. मैं किसी भी एक निश्चित तारीख पर फिल्म रिलीज करने से पहले 20 बार सोचता हूं. लोकप्रिय धारणा के विपरीत, मेरे पसंदीदा खेल 'शतरंज' है न कि 'मोटरसाइकिल' या 'फुटबॉल'. उस खेल को खेलने से मैं बहुत आगे तक सोच पा रहा हूं."
(Source: TOI)