अचानक से देश पर ही नहीं बल्कि दुनिया पर भी किसी कहर की तरह टूट पड़े कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया जैसे रुक सी गयी है. ऐसे में टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच एक तरफ जहां बॉलीवुड स्टार्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित राहत कोष में योगदान देकर पैसो की खुलकर मदद देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. अब तक कई सितारे इस वायरस से प्रभावित मजदूरों और डेली वेज वर्करों की मदद करने के लिए सामने आ चुके हैं. अभिनेता सलमान खान ने बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े 25,000 दिहाड़ी मजदूरों को हर संभव मदद करने का एलान किया है. इसके साथ ही उन्होंने मदद करने का सिलसिला शुरू कर दिया.
एक लीडिंग वेबसाइट कि रिपोर्ट्स के मुताबिक सलमान खान ने फिल्म इंडस्ट्री के दिहाड़ी कामगारों के बैंक खातों में करीब 4 करोड़ 80 लाख रुपये ट्रांसफर किए हैं. आने वाले दिनों के हालातों को देखते हुए वह अगले महीने भी ऐसे की मजदूरों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करेंगे. फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉय (Fwice) के पास मौजूद आंकड़ों के अनुसार फिल्म इंडस्ट्री में दिहाड़ी मजदूरों की संख्या 19,000 है. इनमें से 3000 मजदूरों के बैंक खातों में यशराज फिल्म्स ने दो दिन पहले पांच-पांच हजार रुपये डाले हैं. बाकि 16000 मजदूरों के बैंक खातों में सलमान खान ने तीन-तीन हजार रुपये डाले हैं. सलमान खान अगले महीने पूरे 19000 मजदूरों के खातों रुपये ट्रांसफर करेंगे.
FWICE के महासचिव अशोक दुबे ने सदस्य कर्मचारियों के इस कदम की सराहना की और पुष्टि करते हुए कहा कि, 'उनके पास जो 19000 मजदूरों का आंकड़ा मौजूद है वह बहुत कम है. इसलिए फेडरेशन ने फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद अन्य संस्थाओं से भी दिहाड़ी मजदूरों का पूरा आंकड़ा देने को कहा है ताकि मुसीबत की इस घड़ी में मजदूरों को मुश्किलों का सामना ना करना पड़े। वहीं अगर आप मुंबई में रहते हैं और फिल्म इंडस्ट्री में किसी भी तरह जुड़कर काम करते हैं तो फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉय को अपनी जानकारी जरूर दे देंगे ताकि आपको भी मदद मिल सके.'
दुबे ने कहा कि FWICE को प्रोड्यूसर्स की ओर से 1.5 करोड़ रुपये मिले हैं. साथ ही एसोसिएशन को और मदद मिल रही है। सलमान खान ने मनी ट्रांस करने के बाद, FWICE अन्य सदस्य श्रमिकों का मूल्यांकन करेगा और उन्हें धन वितरित करेगा। यह भी तय करेगा कि लॉकडाउन बढ़ने पर सदस्यों की मदद कैसे की जाए.
(Source: Hindustan Times)