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सोनू सूद ने बताया किस तरह सबसे पहले की 350 मजदूरों की मदद, फिर शुरू हुआ सफर 

सोनू सूद अब तक 12000 से भी ज्यादा मजदूरों को उनके घर पहुंचा चुके हैं. वो दिन रात मजदूरों को घर पहुंचाने के काम में लगे उनके साथ इस नाके काम में उनकी पत्नी और दोनों बेटे भी उनका साथ दे रहे हैं. मजदूरों को घर पहुंचाने की शुरुआत कहां से हुई और पहली 350 मजदूरों की मदद उन्होंने कैसे की इसका जवाब उन्होंने बॉलीवुड हंगामा को दिया. 

बॉलीवुड हंगामा से बातचीत में सोनू ने बताया कि कैसे उन्होंने सबसे पहले 350 मजदूरों को उनके घर कर्नाटक भेजा. सोनू ने कहा, 'हम इसके लिए तैयार नहीं थे, हमने कभी नहीं सोचा था कि इतने लंबे समय तक हम अपने घरों में कैद रहेंगे. इसके बाद मैंने इन मजदूरों की तस्वीरें देखी जो हाइवे पर पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े थें. ये वो लोग थें जिन्होंने हमारे लिए घर, कार्यालय और सड़कों का निर्माण किया है. जिनका इस्तेमाल हम करते हैं. हम उन्हें ऐसे ही उनके बाचों के साथ पैदल चलने दे रहे है. सोचिये वो किस तरह की यादों के साथ बड़े होंगे कि हम पैदल सैकड़ों  किलोमीटर तक चले हमारे माता- पिता दर्द में थे लेकिन कोई हमारी मदद के लिए नहीं आया. हम हर दिन 40-45 हजार लोगों को खाना भी बांटते थे. ठाणे के पास एक जगह है वहां पर हमने परमिशन ली ताकि हम उन्हें भी खाना बांट सके. 

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सोनू ने आगे कहा, 'जब मैं वहां था, मैंने एक परिवार को वहां से गुजरते हुए देखा, मैंने सोचा कि मैं उनसे पूंछू कि क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे मैं उनकी मदद कर सकता हूं? इसलिए मैंने उनसे बात की और उनसे पूछा कि वो कहां जा रहे हैं उन्होंने बताया कि वो कर्नाटक जा रहे हैं और वह यहां से करीब 700-800 किलोमीटर दूर है और हम कुछ दिनों में वहां पहुंचेंगे.  इसलिए, मैंने उन्हें मदद की पेशकश की, मैंने उन्हें दो दिन का समय देने के लिए कहा, ताकि मैं अनुमतियों का पता लगा सकूं और मैं किसी तरह उन्हें समझाने में कामयाब हुआ. मैं किसी भी तरह कर्नाटक सरकार से सभी अनुमति प्राप्त करने में कामयाब रहा और पहली बार, मैंने लगभग 350 प्रवासियों को घर भेजा था. जब मैं उन्हें देखने गया तो बच्चे खुश थे, माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू थे. उन्होंने मुझसे कहा कि उन्हें लगा कि वे यहां मर जाएंगे और कभी घर नहीं लौट पाएंगे. बाद में यह ख़याल आया कि ऐसे लाखों मजदूर हैं जिन्हे मदद की जरुरत है. इसके बाद मैंने अलग अलग स्टार पर काम करना शुरू किया और मुझे विभिन्न राज्यों से भी अनुमति मिली. जब ये मजदुर सुरक्षित अपने घर पहुंचने लगे तब मुझे लगा कि मेरा काम हो गया. 
 बता दें, दिन में सोनू सूद को करीब 40- 50 हजार लोगों के मेसेजेस आ रहे है. 

 

(Source: Bollywood Hungama)

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