मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए कई बसों का इंतजाम करने के बाद सोनू सूद ने अब ट्रैन की व्यवस्था की है. हाल ही में सोनू ने केरल में फंसी 177 लड़कियों को भी एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर के लिए रवाना किया. सोनू सूद ने अब ट्रेन के माध्यम से उत्तर प्रदेश और बिहार में 1000 से अधिक प्रवासियों को भेजने का इंतजाम किया है. आधी रात को सोनू खुद मजदूरों से मिलने रेलवे स्टेशन पहुंचे.
बता दें, रविवार को सोनू ने मुंबई से सटे ठाणे से श्रमिक ट्रेन के जरिए 1000 से ज्यादा मजदुर और उनके परिवारों को उत्तर प्रदेश के अलग- अलग जिले जैसे प्रयागराज (इलाहाबाद), आजमगढ़, जौनपुर औए हाजीपुर के लिए रवाना किया.
एक इंटरव्यू में सोनू ने कहा, 'मजदूरों के साथ आज ट्रैन ठाणे से उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए रवाना हुई. सफर के दौरान हमने सभी यात्रियों के लिए खान और सैनिटाइटर की व्यवस्था की है. मैं महाराष्ट्र सरकार को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद करता हूं. मैं अपनी तरफ से मजदूरों की मदद के लिए अपनी क्षमता से हर संभव प्रयास कर रहा हूं. मैंने कसम खायी है जब तक आखिरी मजदूर घर नहीं पहुंच जाता रुकूंगा नहीं.
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में 35 साल पुराने चैरीटी ट्रस्ट के जरिए सोनू सूद के साथ मिलकर प्रवासी मजदूरों को गांवों की ओर भेजनेवाली नीति गोयल ने बताया, 'दरअसल हम अपने ट्रस्ट के माध्यम से इकट्ठा हुए पैसों से प्रवासी मजदूरों को उनके गांव भेज रहे हैं, लेकिन ठाणे से श्रमिक ट्रेन में सवार मजदूरों का खर्च खुद रेलवे ने उठाया. लेकिन ट्रेन से गये यह वही मजदूर हैं, जिन्हें हम बसों के जरिए भेजनी की तैयारी कर रहे थे.'
(Source: ABP News)