हिंदी सिनेमा के पॉपुलर विलेन और फिल्मों में नारद मुनि की भूमिका निभाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता जीवन की आज 33वीं पुण्यतिथि है. साल 1915 में कश्मीर में जन्में जीवन का असली नाम ओंकार नाथ धर था. वो बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे. जीवन का परिवार काफी बड़ा था. उनके 24 भाई बहन थे. जीवन के जन्म के साथ ही उनकी मां का निधन हो गया था. जब जीवन 3 साल के थे तब उन्होंने अपने पिता को खो दिया.
रिपोर्टेस के मुताबिक एक्टर जीवन के नाम एक किरदार को सबसे ज्यादा बार फिल्मों में निभाने का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने 61 फिल्मों में नारद मुनि का किरदार निभाया था. यह उपलब्धि उनके नाम से लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. 50 के दशक में बनी हर धार्मिक फिल्म में जीवन ने नारद का रोल किया था. जीवन की डायलॉग डिलीवरी कमाल की थी. उन्हें जीवन नाम विजय भट्ट ने दिया था. धार्मिक फिल्मों में जब जीवन को नारद मुनि का रोल करने का मौका मिला तो उन्होंने नारद मुनि की भूमिका को जीवंत कर दिया.
फिल्मों में जीवन के बोलने का लहजा और उनका एक्सप्रेशन अलग ही था जो बाद में उनके अभिनय की एक अलग पहचान बन गई. जीवन ने लगभग चार दशकों तक फिल्मों में काम किया. अपने कॅरियर के शुरुआती दौर में ही जीवन जान गए थे कि उनका चेहरा हीरो लायक नहीं है इसलिए उन्होंने खलनायकी में हाथ आजमाया और एक लंबे समय तक इस किरदार में वह सफल भी हुए. 10 जून 1987 को 71 साल की उम्र में जीवन का निधन हो गया.
बता दें कि जीवन की सफल फिल्मों में 'अफसाना', 'स्टेशन मास्टर', 'अमर अकबर एंथनी', 'धर्म-वीर', 'नागिन', 'शबनम', 'हीर-रांझा', 'जॉनी मेरा नाम', 'कानून', 'सुरक्षा', 'लावारिस', आदि फिल्मों में भी अहम भूमिकाएं निभाई.