इस पोस्ट के माध्यम से उन्होंने कई ऐसी बातों का खुलासा किया है, जिसे सुशांत के बहुत कम ही फैंस जानते होंगे. आईपीएस ओम प्रकाश सिंह ने लिखा है कि बड़ी मिन्नतों के बाद सुशांत का जन्म हुआ था. सुशांत की मां धार्मिक वृति की एक सरल महिला थीं. अपना घर-परिवार कुशलता से सम्भालती थीं. अपने आराध्य की नियमित उपासना करती थीं.
ओपी सिंह ने इस पोस्ट में लिखा है कि एक दिन सुशांत की मां का इस संसार से जाने का समय आ गया था. आराध्य (सुशांत) ने पूछा, ‘मैं क्या करूँ’? महिला बोली, ‘जब आ ही गए हो तो थोड़ी अपनी बनाई दुनियाँ भी देखते जाओ’.प्रेम फिर आड़े आ गया. आराध्य ने पूछा, ‘कितनी देर?’. महिला बोली, ‘जितनी मेरे साथ’. अगले सत्रह साल आराध्य ने धरती-आसमान एक कर दिया. जिधर जाते, सहज प्रेम की धारा फूट पड़ती. संसारी वृति वाले ईर्ष्या करते. आराध्य बस मुस्कुराते. समय-समय प्रकृति के रहस्य खोजने वालों से पूछते कि कहाँ तक पहुँचे ?
सुशांत के बारे में सोशल मीडिया पर उन्होंने आगे लिखा कि "सामान के नाम पर एक दूरबीन साथ लिए फिरते. जब-तब दूर अंतरिक्ष में अपने ठिकाने को निहारते. अब परलोक जा बैठी महिला से यदा-कदा चुहल भी करते, ‘खुद तो चली गई, मुझे इधर उलझा गई’. देखते-देखते सत्रह साल और बीत गए. एक दिन आया जब आराध्य महिला को दिए अपने वचन से मुक्त हुए. अब दोनों परलोक में हैं. हर्ष-विषाद, निंदा-स्तुति से दूर. सुख-दुःख, मोह-माया से परे.'