एक्ट्रेस नंदिता दास जो कई सालों से डार्क इज़ ब्यूटीफुल कैंपेन का चेहरा रही हैं ने 'फेयरनेस क्रीम' का नाम बदलने के एलान पर हिंदुस्तान यूनिलीवर की सराहना की है. कंपनी की फेयरनेस क्रीम 'फेयर एंड लवली' में से बहुत जल्द 'फेयर' शब्द को हटा दिया जाएगा. हिंदुस्तान यूनिलीवर ने इसके लिए आधिकारिक बयान भी जारी किया है. इस बयान में कंपनी ने कहा,'हम स्किन टॉन्स सहित तमाम स्किन केयर पोर्टफोलियो के प्रतिबद्ध हैं, जो सुंदरता की विविधता सेलिब्रेट करता है. इसलिए हम अपने प्रोडक्ट्स से 'फेयरनेस', 'व्हाइटनिंग' और 'लाइटनिंग' जैसे शब्द हटा रहे हैं और 'फेयर एंड लवली' ब्रांड का नाम बदल रहे हैं.'
वहीं इस पर एक लीडिंग वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में नंदिता ने कहा कि, 'कोरोना महामारी के बीच में, कई सामाजिक गलतियों ने आश्चर्यजनक रूप से बदलाव आए है. हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अनाउंसमेंट की वे अपने प्रॉडक्स की लाइन से ’फेयरनेस’, 'व्हाइटनिंग और 'लाइटनिंग ’शब्द हटा देंगे....यह कुछ ऐसा है जो मुझे नहीं लगता कि किसी ने देखा है...ये बड़ी और अच्छी बात है कि...आखिरकार उन्होंने उत्पाद को बंद ना करके बस संदेश को बदल दिया है. यह एक बड़ा कदम है..बड़े पैमाने पर कई ब्रांड्स करोड़ों रुपये खर्च कर के गौरे बनाने और सुंदर बनाने जैसे बेतुके संदेश को फैलाते हैं...तो सबसे अच्छी बात ये हैं कि मार्केट के लीड प्रॉडक्ट्स इस तरह का स्टेप ले. ये दुनिया के लिए अच्छा मैसेज हैं.' नंदिता ने आगे कहा कि, 'दुनिया में इतने सारे रूपों के साथ भेदभाव किया जाता है. जैसे धर्म, कास्ट, जेंडर, सेक्सुलटी, भाषा और, ज़ाहिर है, त्वचा का रंग...एक दी गई पहचान, कि और एक के साथ पैदा हुआ है, सबसे ज्यादा परिभाषित फैक्टर बन गया हैं...लेकिन शुक्र है कि इसे अब लोग चुनौती की तहर ले रहे है ना की नजरअंदाज कर रहे हैं.'
बता दें कि, अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका और कई देशों में 'ब्लैक लिव्स मूवमेंट' के दौरान विरोध प्रदर्शन के बाद भारत में फेयरनेस क्रीम को लेकर विवाद शुरू हुआ. इस पर सबसे पहले एक्टर अभय देओल ने रिएक्शन दिया था. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ट्रेंड और एनालिलिस के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए थे, जिसमें फेयरनेस प्रोडक्ट्स टॉप पर थे.
कुछ वक्च पहले अभय देओल फेयरनेस क्रीम को बढ़ावा देने वाले लोगों पर तंज कसा था और पोस्ट में लिखा, 'भारत में फेयरनेस क्रीम्स की उत्पत्ति कुछ सालों में हुई है, पहले फेयरनेस क्रीम्स और अब स्किन ब्राइटनिंग या स्किन वाइटनिंग जैसे क्रीम्स. अब तो बहुत से ब्रांड्स फेयरनेस क्रीम्स जैसे नाम से जुड़ना नहीं चाहते, तो क्या अब हम एचडी ग्लो, व्हाइट ब्यूटी, व्हाइट ग्लो, फाइन फेयरनेस जैसे ब्रांड्स बेचेंगे. इतने सालों में इन कंपनियों ने पुरुषों की ओर ध्यान देना शुरू कर दिया है, जो अब फेयर एंड हैंडसम बनना चाहते हैं.'
(Source: Mumbai Mirror/Instagram)