COVID-19 महामारी के बीच शूटिंग करना आसान नहीं होगा. इसके लिए सभी जारी किये गए दिशा निर्देशों का पालन करना होगा. साथ ही 65 साल से ज्यादा उम्र के किसी भी व्यक्ति को अभी शूटिंग करने की परमिशन नहीं है. इस फैसले से कुछ कलाकार नाराज हो गए हैं. हेमा मालिनी, शबाना आजमी और परेश रावल ने फिल्म की शूटिंग के लिए एसओपी में अमेंडमेंट की मांग की है और सरकार से शोबिज में फिर से शुरू किए गए नियमों पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है.
कुछ दिन पहले हेमा मालिनी ने गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को एक पत्र लिखकर दिशा-निर्देशों में संशोधन करने का आग्रह किया था. उन्होंने अपने पत्र में अनुपम खेर, अमिताभ बंच्चन जैसे कलाकारों का उदाहरण देकर बताया था कि इन कराकारों के बिना उनके अधूरे प्रोजेक्ट पूरे नहीं किए जा सकते.
आटा मेकर के एड से हेमा मालिनी ने बनायी दूरी, 'मैं समाज के सभी वर्गों के साथ खड़ी हूं'
शबाना आजमी ने सरकार के इस नियम को भेदभाव वाला बताते हुए कहा, 'विकास खन्ना की बिना शीर्षक वाली फिल्म का एक छोटा सा हिस्सा अभी शूट होना बाकी है. क्या होगा इस प्रोजेक्ट का? क्या निर्माताओं को जवान कलाकारों के बाल सफेद करके उनसे अभिनय करवाना चाहिए? और यह नियम सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री पर ही क्यों लागू है? राजनीति पर क्यों नहीं? ऐसे में तो उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि 65 साल से ऊपर का कोई भी नेता किसी भी राजनीतिक रैली में शामिल नहीं होगा या घर से बाहर नहीं निकलेगा. '
इस मुद्दे पर सनीयर एक्टर और पॉलिटिशियन परेश रावल का कहना है, 'फिल्म निर्माताओं को चाहिए कि वह फिल्मों के सेट पर आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था करवाएं और लगातार सेट को सैनिटाइज करवाते रहें. बहुत से ऐसे डॉक्टर और नर्स हैं जिनकी उम्र 65 साल से ऊपर है लेकिन फिर भी वह अपना काम करने में लगे हुए हैं. वह तो कलाकारों से भी बदतर स्थिति में हैं. '
(Source: Mid Day)