कोरोनावायरस के कहर की वजह से भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों ने लगभग तीन महीनों के लिए शूटिंग बंद करने का आदेश दे दिए थे.वहीं तीन महीनो के इंतजार के बाद, कुछ हफ्ते पहले से फिर से शूटिंग शुरू हो गई थी. महाराष्ट्र सरकार ने फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री को शूटिंग की इजाजत देते हुए एक लम्बी गाइडलाइन जारी की थी. उनमें से एक 65 वर्ष से ज्यादा आयु के एक्टर्स की उम्र और हेल्थ देखते हुए शूटिंग करने की परमिशन नहीं दी गई थी. हालाँकि, इन दिशानिर्देशो से वरिष्ठ एक्टर्स ने एतराज भी जताया था. यह सवाल भी उठाया था कि, यदि हमे काम करने की परमिशन नहीं मिलती है तो हम इस मुश्किल समय में कैसे गुजारा करेंगे. वहीं अब IMPPA ने महाराष्ट्र सरकार से इस दिशा निर्देश में छूट जारी करने की मांग की हैं.
इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन यानी IMPPA ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को लेटर लिखा है और 65 साल से ज्यादा उम्र के एक्टर्स को शूटिंग की मनाही को IMPPA ने गलत बताते हुए सीएम उद्धव ठाकरे से गाइडलाइन में बदलाव की मांग की हैं. लेटर में, सिने निकाय ने लिखा है कि सेट पर वरिष्ठ कलाकारों और क्रू मेंबर्स को अनुमति नहीं देना बहुत अव्यावहारिक दिशानिर्देश है. यह कहते हुए कि वे अपने में बहुत बेहतर और मास्टर. उनको किसी से रिप्लेस नहीं किया जा सकता हैं. साथ ही IMPPA ने सीएम ठाकरे से मामले पर जल्द ही कुछ एक्शन लेने की गुजारिश की हैं. इसके अलावा, IMPPA ने यह भी लिखा है कि आस-पास के होटल या अपार्टमेंट में यूनिट सदस्यों को रूकवाना बहुत मुश्किल है. साथ ही एबुलेंस के साथ मेडिकल टीम को सेट पर मौजूद रहने में भी कठिनाई बताई है. IMPPA ने सीएम ठाकरे से अनुरोध किया कि वे सूची से इन दिशानिर्देशों को हटा दें.
बता दे कि हाल ही में, बॉम्बे हाईकोर्ट ने निर्देश के बारे में महाराष्ट्र राज्य सरकार से सवाल किया है जिसमे covid -19 महामारी के बीच शूटिंग में 10 साल से कम और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को काम करने के लिए मना किया गया है. बता दें कि इस निर्देश के खिलाफ मंगलवार को बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता प्रमोद पांडे ने याचिका दायर की थी. हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से यह बताने को कहा है कि अगर सीनियर एक्टर्स को शूटिंग के लिए अनुमति नहीं दी जाती है तो वे खुद को कैसे बनाए रखेंगे.