By  
on  

सुशांत सिंह राजपूत ने मुझे बहुत कुछ सिखाया, एक्टिंग सिखाई, मैं सबसे कहना चाहती हूं वो डिप्रेशन में नहीं था- अंकिता लोखंडे 

14 जून का दिन बॉलीवुड के लिए बहुत मनहूसियत वाला दिन था. सुशांत सिंह राजपूत के आकस्मिक निधन इंडस्ट्री के अंदरूनी बर्ताव पर कई सारे सवाल खड़े कर दिए. डेढ़ महीने हो गए हैं सुशांत के के मामले में अभी भी मुंबई पुलिस लगातार उनसे जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है. सुशांत की पवित्र रिश्ता को- स्टार और गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है. अंकिता ने एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि सुशांत कभी डिप्रेशन में नहीं जा सकता था. उसे लिखने का बहुत शौक था. वो छोटी छोटी चीजों में खुशियां ढूंढता था. वो खाना देखकर खुश होता था. 

अंकिता ने कहा, 'जब ये न्यूज़ आयी और हर जगह पर ये लिखा था कि उन्होंने सुसाइड कर लिया, बहुत टाइम लगा इस चीज को एक्सेप्ट करने के लिए. मैं आज सबको बताना चाहती हूं कि सुशांत इस तरह का लड़का नहीं था जो डिप्रेशन में हो, जिसे किसिस चीज का दुख हो और वो सुसाइड कर ले. वो इस तरह का इंसान नहीं था. वो बहुत खुशमिजाज का वाला इंसान था. इससे बुरी- बुरी सिचुएशन मैंने और सुशांत ने अपने लाइफ में होगी. मुझे नहीं पता वो किस पोजीशन में होगा या क्या कर रहा होगा. कुछ समय बाद मुझे समझ आने लगा कि कैसे 15 मिनट में सुसाइड किसी को बोल दिया जाता है. जितना में सुशांत को जानती हूं वो डिप्रेस्ड लड़का नहीं था. मैंने सुशांत जैसा इंसान नहीं देखा है. जो खुद अपने सपने लिखता है.'

Exclusive: Sushant Singh Rajput case: बिहार पुलिस के निशाने पर रिया चक्रवर्ती, आज हो सकती है अभिनेत्री से पूछताछ 

 

अंकिता ने आगे कहा, 'सुशांत की उसकी एक डायरी थी, वो बहुत लिखता था. जब हम रिलेशनशिप मैंने आये थे उसने एक डायरी लिखी थी उसमें उसने अपने पांच साल के प्लान लिखे थे. उस डायरी में उसने लिखा था खुद लिखा था उसे पांच साल बाद उसे क्या करना है और वो कैसे दिखेगा और पांच साल बाद वो सारी चीजें पूरी हो चुकी थी. उसने अपने वो सपने पूरे कर लिए थे और जब ये चीज बोली जाती है को वो 'डिप्रेशन' में था बहुत गलत शब्द है ये. वो डिप्रेस्ड नहीं हो सकता, वो कुछ चीजों के लिए दुखी हो सकता है लेकिन डिप्रेस्ड नहीं. उसे बाइपोलर कहा गया और बहुत बड़ी चीज है. मेरे साथ जो सुशांत था मैं उसे देख डंके की चोट पर कह सकती हूं कि वह कभी डिप्रेस नहीं हो सकता था. वह हर छोटी चीज में खुशियां ढूंढ़ लेता था. वह फार्मिंग करना चाहता था. मुझे इस बारे में पता था. वह कहता था कि अगर कुछ नहीं हुआ तो मैं अपनी शॉर्ट फिल्म बना लूंगा. मैं नहीं चाहती कि लोग उसे ऐसे याद करे कि वह डिप्रेस था. वह तो हीरो था'.

अंकिता ने आगे कहा, 'सुशांत छोटे शहर से आया था उसने अपनी मेहनत से खुद को एक मुकाम तक पहुंचाया. उसने मुझे कई चीजें सिखाई. वह मुझे एक्टिंग सिखाता था. किसी को पता भी है सुशांत कौन और क्या था.'

 

 

(Source: Republic)

Recommended

PeepingMoon Exclusive