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सोनू सूद ने रशिया से फंसे 100 मेडिकल स्टूडेंट्स को कराई वतन वापसी

कोरोना काल में अगर आपसे कहा जाए कि आखिर वो कौन है जिसको आप अपना रियल हीरो या फिर रोल मॉडल मानते हैं और जिसका किया काम आपको प्रेरणा से भर देता है तो वो निश्चित तौर पर सोन सूद होंगे. प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने से लेकर, विदेशों में फंसे भारतीय छात्रों को उनके परिवार से मिलाने तक. मुश्किल में फंसे कलाकारों और नौकरीपेशा लोगों की मदद से लेकर अब जरूरतमंदों को नौकरी दिलाने तक का बीड़ा सोनू सूद ने उठा रखा है. वहीं अब कोरोना संकट में सोनू सूद रशिया में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं तमिल स्टूडेंट्स के लिए नायक बन गए है. कोरोना के चलते फ्लाइट बंद होने की वजह से यह 100 मेडिरल के स्टूडेंट मास्को में फंसे गए  थे. इन स्टूडेंट्स को वापस इनकी फैमिली के पास चेन्नई पहुंचाने के लिए सोनू सूद में एक चार्टर्ड फ्लाइट का बंदोबस्त किया. 

वहीं पर सोनू सूद ने इस पर कहा कि, 'यह मेरे अब तक के जितने भी निभाए किरदार है उनमें से सबसे बेस्ट है यह मेरी जिंदगी की सबसे अच्छी स्क्रिप्ट है स्टूडेंट और उनकी फैमिली से मुझे थैंक यू नोट मिला है यह मुझे बहुत उत्साह देता है और आगे काम करने के लिए प्रेरित रहता है. मॉस्को में मेडिकल स्टूडेंट्स में चेन्नई में वापस अपनी फैमिली के पास जाने के लिए मुझसे मदद मांगी. पहले 4 अगस्त को स्पाइसजेट कीस लाइट को सीधा चेन्नई ले जाने की बात हुई थी लेकिन कुछ अनुरोधों के चलते फ्लाइट को एक बार दिल्ली में रोका गया था.'

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वही स्टूडेंट से वापस इंडिया पहुंचने पर बताया कि उन लोगों ने 23 जुलाई को सोनू सूद को एक मैसेज किया था और अगले दिन सोनू जी का रिप्लाई आया और तब से लेकर अब तक वह लगातार हमारे कांटेक्ट में है.' वहीं बता दे कि इससे पहले सोनू ने किर्गिस्तान, उज़्बेकिस्तान, साइप्रस, फिलीपींस और अब मास्को से चार्टर्ड उड़ानों की व्यवस्था की है.

(Source: IANS)

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