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नेपोटिज्म पर जॉन अब्राहम ने रखी अपनी राय, कहा- 'या तो काम करो या फिर बैठकर शिकायत करते रहो'

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही बॉलीवुड में नेपोटिज्म, इंसाइडर्स वर्सेज आउटसाइडर्स और ग्रुपिज्म पर बहस छिड़ गई है. कई एक्टर्स, संगीतकार, राइटर, डायरेक्टर्स इस पर खुल कर बोल चुके है. वहीं हाल ही में जॉन अब्राहम ने एंटी बॉलीवुड, नेपोटिज्म और भाई-भतीजावाद जैसे मुद्दो पर खुलकर बात की. 

एक लीडिंग वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में जॉन अब्राहम कहा- 'मैं इस तरह के किसी टर्म का समर्थन नहीं करता. ये आपका ट्विटर कल्चर है. मुझे लगता है हर व्यक्ति की अपनी लड़ाई होती है, जो उन्हें खुद लड़नी है. चाहे आप इसे आसानी से स्वीकार करें या कड़वाहट के साथ, ये आपका निर्णय है. लेकिन, ये सच है कि आपको ये लड़ाई खुद लड़नी होगी. हर किसी को अपने आपको साबित करना है. या तो आप इसे लेकर शिकायत करेंगे, या सिर झुकाकर अपने संघर्ष में जुट जाएंगे. यहां इस इंडस्ट्री में केवल दो विकल्प हैं, या तो काम करो या फिर बैठकर बस जहर घोलते रहो.' जॉन आगे कहते हैं कि, 'जब मैंने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत की थी तो मैं एक आउटसाइडर ही था.'

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साथ ही जॉन ने इंडस्ट्री में आने वाले नए लोगों को सलाह दी कि, 'यदि वे सीढ़ी पर चढ़ते हैं, तो उन्हें अपने लिए अवसर बनाने की जरूरत नहीं है. सभी खुद के लिए विकल्प ढूंढें.अगर कोई काम नहीं मिलता है तो खुद के लिए काम बनाएं.' 

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