फिल्म 'काई पो चे' में सुशांत सिंह राजपूत के को-स्टार अमित साध भी कभी इस इंडस्ट्री में एक आउटसाइडर थे. अमित ने 10 साल तक कड़ी मेहनत और अपनी प्रतिभा के दम पर फिल्म इंडस्ट्री में खुद के लिए रास्ते बनाए. कई सालों तक टेलीविजन पर काम करने के बाद बॉलीवुड में एंट्री मारने वाले अमित ने फिल्म इंडस्ट्री में इनसाइडर और आउटसाइडर मुद्दे पर अपनी राय रखी.
एक लीडिंग वेबसाइट से बात करते हुए अमित ने कहा कि, 'मैंने आज जहां हूं, वहां पहुंचने के लिए इस इंडस्ट्री में कड़ी मेहनत की है. लेकिन मुझे लगता है कि मैं आज जहां हूं या हो सकता हूं वो किसी की सद्भावना और सपोर्ट की वजह से हूं. हालांकि, इसमें भी काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है कि दर्शक और इंडस्ट्री आपके प्रयासों की तारीफ करें और आपका सपोर्ट करे. लेकिन वहीं क्या इंडस्ट्री में कोई सिस्टम है जो अपंग है? क्या यहां भेदभाव हो रहा हैं? क्या हमें इस सब के लिए बहस और आत्मनिरीक्षण की जरूरत है ? तो इन सभी सवालों का मेरा जवाब है, हाँ.'
अमित ने आगे कहा, 'यह एक बदलाव का समय है, यहीं समय है कि एक आउटसाइडर को इनसाइडर बनाया जाए. और हम सभी को इंडस्ट्री में आ रहे सभी नए लोगों को सपोर्ट करना चाहिए. अच्छे काम की तारीफ करनी चाहिए. अगर हम नए कलाकारों को सपोर्ट करते है और उन्हें बताते हैं कि वे बाहरी नहीं हैं, और हम में से कई इनसाइडर भी पहले ऐसे ही यहां आएं थे तो मुझे लगता है कि ये इंडस्ट्री बहुत बेहतर जगह बन जाएगी.'
अमित ने आगे कहा कि, 'मुझे ऐसा लगता है कि इस इंडस्ट्री में बड़प्पन नहीं है...बड़े लोगों में...जो उम्र और आधे में बड़े है. मुझे उम्मीद है कि हमारे पास सभी के साथ समान व्यवहार करने का प्यार और करुणा हो. काम के दौरान सभी को दूसरो के बेटे और दूसरो के रिश्तेदार को ऐसे ट्रीट करना चाहिए जैसे अपने को करता है. ऐसे तभी होगा जब हम एक दूसरे की गलतियों को सुधारेंगे ना की कमियां निकालेंगे.'
(अमित ने 10 साल तक कड़ी मेहनत और अपनी प्रतिभा के दम पर फिल्म इंडस्ट्री में खुद के लिए रास्ते बनाए. कई सालों तक टेलीविजन पर काम करने के बाद बॉलीवुड में एंट्री मारने वाले अमित ने फिल्म इंडस्ट्री में इनसाइडर और आउटसाइडर मुद्दे पर अपनी राय रखी.
Source: TOI)