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PeepingMoon Exclusive: विक्रम भट्ट की बेटी कृष्णा भट्ट ने डिजिटल और वेब सीरीज को बताया फ्यूचर, कहा- 'कई सालों पहले पापा ने मुझसे बोला था कि ये दुनिया जल्द ही डिजिटली हो जाएगी'

फिल्ममेकर विक्रम भट्ट की बेटी कृष्णा भट्ट थ्रिलर वेब सीरीज 'माया' के पहले तीन सीजन का सफलता से निर्देशन कर चुकी है. जल्द ही कृष्णा 'माया' का सीजन 4 लेकर आ रही हैं. कृष्णा भट्ट ने इसके पहले कई प्रोजेक्ट पर अपने पिता और अन्य के साथ काम किया है. वहीं कृष्णा इस समय 'ट्विस्टेड 3' से भी जुड़ी हुई हैं. वह इसे लेकर बेहद उत्साहित भी है. वहीं पीपिंगमून से खास बातचीत के दौरान कृष्णा भट्ट ने कहा कि नई जनरेशन वेब सीरीज देखना ज्यादा पसंद कर रही है. इसके अलावा वेब सीरीज पर सेंसर नहीं होने के चलते कहानी कहने में मजा आता है. इसके चलते इसमें और खुलकर काम करने का अवसर मिलता है.

सवाल- वेब सीरीज की दुनिया अभी ज्यादा चर्चा में आई है, लेकिन आप ने बहुत पहले इसकी पॉवर समझ ली थी..कैसे शुरुआत हुई थी क्या सोच थी इसके पीछे. आपने खुद अपना रास्ता बनाया. कितना मुश्किल और कितना आसान रहा ये सफर ? 
जवाब-  मुझे याद है हम लोग अपने डैड के साथ बैठे थे, तब मेरे पापा ने मुझसे बोला कि आने वाले टाइम में यह दुनिया डिजिटल हो जाएगी. फिर हम सब ने पहले दूसरे को देखा, फिर हमने अपने पापा को देखा और पूछा कि आप का क्या मतलब है. फिर उन्होंने कहा कि मैं आज यह साफ कर देता हूं कि बहुत जल्दी यह दुनिया डिजिटल हो जाएगी. उन्होंने कहा यह जो आपके हाथ में फोन है, आने वाले टाइम में हर कोई इसी फोन में सब देखेगा. फिर उसके बाद हमने डिसीजन लिया कि हमें डिजिटल कुछ करना चाहिए. मैंने अपनी टीम के साथ माया की स्क्रिप्ट पर काम किया. फिर हमने इसको बनाने के बाद हमने अपनी यूट्यूब के चैनल पर इसे रिलीज किया. और इसका हमें बहुत अच्छा रिस्पांस भी मिला. इसके बाद हमने 'ट्विस्टेड' बनाई. फिर उसके बाद हमने डिजिटल पर एक के बाद एक कई शोज बनाए. सभी का बहुत अच्छा रिस्पांस मिला. इसी दौरान मैने वेबसीरीज 'अनटचेबल' के साथ अपना डेब्यू किया. 'अनटचेबल' में मेरे डैड (विक्रम भट्ट) ने लीड रोल निभाया था. इसको भी बहुत अच्छा रिस्पांस मिला. फिर इसके बाद मैंने 'माया 2' और 'माया 3' बनाई. इसके बाद जो प्यार और तारीफ हमारे काम को मिली वह सच में मैं शब्दों में बयां नहीं हो सकती. जितने लोग थिएटर्स में आप की फिल्में देखते हैं उससे डबल लोग डिजिटली आपका शोज देखते हैं. मतलब इट्स वास बिलियन. जो आईडिया स्टडी रूम में बैठे-बैठे आया था की यह दुनिया डिजिटल हो जाएगी. अब यह डायलॉग बदल गया है क्योंकि अब यह दुनिया डिजिटल ही हो गई है. अपने डैड की बातों को समझते हुए हमने अपना डिजिटल यह सफर शुरू किया था. 
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सवाल- आप फिलहाल 'ट्विस्टेड 3' और  'माया 4' पर काम कर रही हैं. दोनों की क्या प्रोग्रेस रिपोर्ट है. क्या माना जाए की लॉकडाउन के बाद काम का प्रेशर भी ज्यादा होगा ?
जवाब- हमें शूट करना बहुत मुश्किल है क्योंकि पहले आपको सबके कोरोना टेस्ट कराने हैं. और फिर रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही आपको शूट शुरू करना है. 'ट्विस्टेड 3' जो है हमने लॉकडाउन से पहले शुरू की थी. हमने 10 15 दिन का शूट भी किया, फिर उसके बाद लॉक डाउन हो गया तो शूटिंग रुक गई. फिर इसके बाद हमने 15 दिन की बची हुई शूटिंग दोबारा शुरू की तो उस में इतने बदलाव आ चुके थे हम लोगों ने सेट पर PPE किट और मास्क लगाकर सेट पर शूटिंग की. तो इन सब के बीच मुश्किल तो होता है शूट में लेकिन इन सबके बीच भी शूट करने का एक अलग ही मजा है क्योंकि मुझे लगता है कि जिन लोगों को काम करना है, चाहे कैसी भी परिस्थितियां हो वो लोग काम कर लेते है. और हम लोगों को तो शूट करना और सेट पर जाना इतना पसंद है कि भले ही कोई भी स्थिति हो हमें तो रोक ही नहीं सकती है. और 'माया 4' अभी लिख रहे हैं. यह एक इंटेंस लव स्टोरी है. जहां तक उम्मीद है हम 'माया 4' की शूटिंग नवंबर से शुरू कर देंगे.

सवाल- एक डायरेक्टर के तौर पर फिल्मों और बेव में क्या फर्क पाती हैं आप..और आपको क्या ज्यादा पसंद है  ?
जवाब-  यह मेरे लिए टफ क्वेश्चन है, क्योंकि मेरे डैड में फिल्में डायरेक्ट की है और मैं डिजिटली ज्यादा एक्टिव हूं. डिजिटल मेरा पहला प्यार है. और अब तो सब कुछ डिजिटल ही हो गया है. वहीं अब लॉकडाउन में बड़ी बड़ी फिल्में भी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही है. मुझे ऐसा लगता है कि डिजिटल ने मार्केट टेकओवर कर लिया है. हां लेकिन फिल्में भी बनानी है मन है इंशाअल्लाह मैं बहुत जल्दी ही फिल्में भी बनाऊंगी.

सवाल- डिजिटल वर्ल्ड में सेंसरशिप नहीं है. इस पर क्या राय है आपकी..नए डायरेक्टर के लिए ये कितना सही है ?
जवाब- हां, डिजिटल वर्ल्ड में सेंसरशिप नहीं है इससे कई सींन्स को बयां करने में आसानी होती है. फिल्म में लिमिटेशंस होती है. कई सीन्स को हटा दिए जाते हैं कई सीम्स को थोड़ा अलग तरीके से दिखाना पड़ता है. सेंसर बोर्ड के अपने अलग रूल्स एंड रेगुलेशन सोते हैं. लेकिन हां डिजिटल में ज्यादा फ्रीडम मिलती है. मतलब यहां सिर्फ लव सीन्स को ही करने की बात नहीं हो रही है, कई तरीके के और सीन्स होते है जिसको हम आसानी से कर सकते है. फ्रीडम होती है तो सीम्स अच्छे से एक्सप्रेस भी किए जाते हैं. तो डिजिटल पर आप सब खुल कर दिखा सकते हैं. मानो किसी का लव सीन हो तो आप उसको बहुत ब्यूटीफुली एक्सप्रेस कर सकते हैं. 

सवाल- आने वाले वक्त में किस तरह के प्रोजेक्ट हम देखेंगे ? 
जवाब- अभी 'ट्विस्टेड 3' में शो रनर हूं मतलब सीरीज डायरेक्टर. उसके बाद माया 4 मैं डायरेक्ट कर रही हूं. इसके अलावा में एक दो फिल्में भी प्रोड्यूस कर रही हूं.


 

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