रविवार दोपहर बंगाली दिग्गज अभिनेता सौमित्र चटर्जी ने आखिरी सांस ली. उनके निधन की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया. लंबे समय से सौमित्र अपस्पताल में अपना इलाज करवा रहे थे लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि वो इस तरह दिवाली के एक दिन बाद सभी को छोड़कर चले जाएंगे.
रविवार शाम को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अभिनेता का अंतिम संस्कार किया गया. उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. उनके पार्थिव शरीर को फूलों से सजाई हुई एक खुली गाड़ी में श्मशान घाट तक लाया गया.
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ अंतिम यात्रा में शामिल हुईं. अंतिम संस्कार से पहले सौमित्र को बंदूकों की सलामी दी गयी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ और भी कई मंत्रियों की मौजूदगी में उन्हें अंतिम विदाई दी गयी.
कई बीमारियों की वजह से एक महीने से ज्यादा समय तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद रविवार को निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे. ६ अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सौमित्र को कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ दिन बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आयी लेकिन उनके स्वास्थ्य में सुधार आने की जगह वह और बिगड़ने लगा. चटर्जी ने सत्यजीत रॉय की चर्चित फिल्म 'अपुर संसार' से अपने करियर की शुरुआत की थी.