संजय लीला भंसाली की महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 'हीरा मंडी' 13 साल बाद आखिरकार दिन की रोशनी देखने के लिए तैयार है. ऐसे में Peepingmoon.com ने जाना है कि भंसाली अब एक वेब फिल्म के रूप में पीरियड ड्रामा बना रहे हैं, और स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स के साथ इसे बैंकरोल करने के लिए हाथ मिलाया है. हालांकि, भंसाली और उनकी टीम ने डेवलपमेंट पर अपनी चुप्पी बनाए रखी है, लेकिन इंडस्ट्री में मौजूद सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि इस प्रोजेक्ट को पुनर्जीवित किया जा रहा है, जिसकी शूटिंग 2021 की पहली तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है.
सूत्रों का कहना है, "भंसाली और उनकी प्रोडक्शन कंपनी की सीईओ प्रेरणा सिंह पिछले कुछ समय से नेटफ्लिक्स के साथ बातचीत कर रहे हैं और उन्होंने हाल ही में हीरा मंडी पर एक साथ काम करने पर सहमति व्यक्त की है जो फिल्म निर्माता के लिए एक पैशन प्रोजेक्ट है. फिल्म को बड़े पैमाने पर कस्टम ड्रामा के रूप में पेश किया गया है और इसमें संजय लीला भंसाली महाकाव्य के सभी तत्व होंगे, हालांकि वह खुद इसे डायरेक्ट नहीं करेंगे."
भंसाली ने हीरा मंडी के लिए विभु पुरी को डायरेक्शन की कमान सौपी है, जिन्होंने रितिक रोशन और ऐश्वर्या राय बच्चन स्टारर समीक्षकों द्वारा प्रशंसित ड्रामा 'गुजारिश' (2010) के डायलॉग्स लिखें हैं. पुरी जिन्होंने आयुष्मान खुराना की फिल्म 'हवाइज़ादे' (2015) से अपना डायरेक्शनल डेब्यू किया था, ने पहले से ही अपनी तैयारी शुरू कर दी है और अगले साल की शुरुआत में फिल्म के प्री-प्रोडक्शन पर भी काम शुरू कर देंगे. उनके हनीमून से लौटने के बाद उन्हें इस प्रोजेक्ट के कास्ट को फाइनल करने की उम्मीद है.
सूत्र ने आगे स्पष्ट किया कि पुनर्जीवित होने जा रही 'हीरा मंडी' में लीड एक्टर्स का एक नया सेट होगा. सूत्रों ने कहा है, "कई लोग मानते थे कि हीरा मंडी और गंगूबाई काठियावाड़ी एक ही परियोजना है, हालांकि, यह सच नहीं है. हालांकि दोनों फिल्में वेश्यावृत्ति के केंद्र में वेश्याओं की कहानियां हैं. लेकिन वे दो अलग स्क्रिप्ट हैं. जहां आलिया भट्ट की फिल्म कामाथीपुरा, गंगूबाई काठियावाड़ी के मैडम की कहानी है, वहीं हीरा मंडी लाहौर की चारदीवारी में प्रसिद्ध रेड लाइट एरिया में छिपी हुई संस्कृति से संबंधित है और उन महिलाओं की डराने वाली तस्वीर दिखाती है, जो उस जगह पर रहती हैं, जिनका काम सेक्स है."
भंसाली असल में रानी मुखर्जी के साथ हीरा मंडी बनाने वाले थे, लेकिन चीजें नहीं हुईं. ऐश्वर्या राय बच्चन, प्रीति ज़िंटा और प्रियंका चोपड़ा जैसी कई लीडिंग एक्ट्रेसेस का नाम भी इससे जुड़ा था, लेकिन पोजेक्ट कभी बना नहीं. दिलचस्प बात यह है कि महेश भट्ट भी 2007 में फौजिया सईद की किताब, तब्बू पर आधारित एक ऐसी ही परियोजना पर काम कर रहे थे, लेकिन बाद में वह बंद हो गई.