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OTT प्लेटफॉर्म्स को लेकर बोले नवाजुद्दीन सिद्दीकी, कहा- 'ये डेमोक्रेटिक मंच के रूप में उभरा है, यहां कोई मोनोपॉली नहीं है'

नवाजुद्दीन ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1999 में प्रदर्शित फिल्म 'सरफरोश' में एक दृश्य के साथ की थी. लेकिन नवाज को पहचान मिली 2012 की अनुराग कश्यप की 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से. अपने एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में कई अवॉर्ड अपने नाम कर चुके नवाजुद्दीन ने साल 2020 में एक और अवॉर्ड अपने नाम कर लिया. नवाजुद्दीन ने इस साल नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म 'रात अकेली है' के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड जीता. वहीं हाल ही में एक लीडिंग वेब साइट से बात करते हुए नवाज ने OTT प्लेटफॉर्म्स की खासियत बताते हुए कहा कि ये एक डेमोक्रेटिक मंच के रूप में उभरा है और यहां कोई मोनोपॉली नहीं है. यहां हमेशा प्रतिभावान कलाकारों को मौका मिलेगा. 
 

एक लीडिंग वेबसाइट से बात करते हुए नवाज ने कहा कि, 'ओटीटी ने प्रतिभाशाली एक्टर्स के लिए दरवाजे खोल दिए हैं. ओटीटी एक्टर्स के लिए एक डेमोक्रटिक प्लेटफॉर्म्स के रूप में उभरा है, यहां कोई मोनोपॉली नहीं है. इसने कई सीरीज और फिल्मों से लोगों को तो एंटरटेन किया है साथ ही कई अभिनेताओं को मौका भी दिया है. ऐसे लोकतांत्रिक वातावरण को सिनेमाघरों में भी अपनाया जाना चाहिए क्योंकि हमारे देश में बहुत टैलेंटे है. ओटीटी ने साबित किया है कि कई प्रतिभाशाली कलाकार हैं जो सिनेमाघरों की वजह से खो गए थे.'

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वहीं नवाज ने अपने पसंदीदा किरदार को लेकर कहा कि, 'मैं अपने पसंदीदा किरदार की बात करूं तो मेरा वो किरदार किसी को पसंद नहीं आया. फिल्म 'फोटोग्राफ' में मैंने जो किरदार निभाया वो मेरा सबसे पसंदीदा किरदार रहा है. वहीं अगर उस किरदार के बारे में बात करूं जिससे मुझे कुछ सीखने को मिला हो तो वो था 'मंटो'. हर किरदार कुछ न कुछ सिखा कर जाता है लेकिन 'मंटो' के किरदार को मैंने अपनी जिंदगी में अपनाया है.'

 बता दें कि, नवाजुद्दीन सिद्दीकी की साल 2020 में 'सीरियस मैन' और 'रात अकेली है' OTT पर रिलीज हुई थी. नवाजुद्दीन 'रात अकेली है' में जतिल यादव तो 'सीरियस मैन' में अयान मणि बनकर लोगों कै दिल जीता था. 

(Source: TOI)

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