कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में 15 दिन के कर्फ्यू की घोषणा कर दी है. 14 अप्रैल से महाराष्ट्र में फिर से 15 तक कर्फ्यू जारी रहेगा. कुछ ज़रूरी सुविधाओं को छोड़कर पूरे महाराष्ट्र में अगले 15 दिन तक सारी चीज़ों पर रोक है. कर्फ्यू के मद्देनज़र 15 दिन के लिए इंडस्ट्री भी पूरी तरह बंद रहेगी. न किसी फिल्म की शूटिंग होगी, न ही टीवी सीरियल्स की. ऐसे में प्रमुख फिल्म निकाय - भारतीय फिल्म और टेलीविजन निर्माता परिषद (IFTPC), फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE), इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) और इंडियन फिल्म एंड टेलीविज़न डायरेक्टर्स एसोसिएशन (IFTDA) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से एंटरटेंनमेंट इंडस्ट्री को कुछ रियायतें देने की गुहार लगाई है. FWICE के प्रेसीडेंट बीएन तिवारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे लेटर की जानकारी दी है.
इस लेटर में प्रमुख फिल्म निकायों ने मुख्यमंत्री से पोस्ट-प्रोडक्शन के काम को जारी रखने के लिए अनुरोध किया है ताकि जो कंटेंट पहले से ही शूट किया जा चुका है उसे टेलिकास्ट किया जा सके. एसोसिएशन्स ने यह भी आग्रह किया है कि प्रोडेक्शन डिजाइन टीम में काम करने वाले डेली वेजेज वर्कर्स को सुरक्षा मानदंडों के अनुपालन में परिसर के भीतर रहने और सेटों के पूर्ण निर्माण की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने तर्क दिया कि इस कदम से डेली वेजेस वर्कर्स को आश्रय और पारिश्रमिक मिलेगा.
महाराष्ट्र में 15 दिन शूटिंग बंद करने पर FWICE ने CM उद्धव ठाकरे से की मांग, कहा- 'डेली वेज वर्कर्स की आर्थिक मदद करे सरकार'
FWICE के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने बताया कि, 'कुछ प्रवासी कामगार अपने होम टाउन के लिए रवाना होने लगे हैं. पिछले साल जो उनकी हालत हुई ती उन सब से बचने के लिए लोग अभी से अपने घरों की तरफ जाने लगे है. कुछ सेट अधूरे छोड़ दिए गए हैं. विक्रम वेधा सेट पर केवल दो दिन काम किया गया था. पठान और टाइगर 3 के सेट को पूरा करने की जरूरत है. हम अभी भी सीएमओ की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं.'
बीएन तिवारी ने आगे कहा कि, 'श्रमिकों की सुरक्षा के मद्देनजर, फिल्म निकायों ने एक वैक्सीनेशन प्लान भी रखा है, जो राज्य सरकार से लंबित है. फिल्म सिटी बोर्ड अपने परिसर में एक वैक्सीनेशन बूथ खोलने के लिए सहमत हुआ है और एक वैक्सीनेशन बूथ मीरा रोड-भायंदर क्षेत्र में खोलने पर राय बनी है. जिसके बाद 15,000 कर्मचारी जो फिल्म सिटी में शूटिंग कर रहे हैं, शुरू कर सकते हैं. पत्र में यह भी बताया गया है कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषित वित्तीय पैकेज को इंटरटेनमेंट वर्कर्स, तकनीशियनों और अभिनेताओं तक बढ़ाया जाना चाहिए जो दैनिक-दांव ब्रैकेट में आते हैं. तिवारी कहते हैं, 'हम इन श्रमिकों के विवरणों को साझा करने के लिए तैयार हैं, लिस्ट में छोटे एक्टर्स भी शामिल हैं.'
यद्यपि वायरस ट्रांसमिशन की सीरीज को तोड़ने के लिए 15-दिन का शटडाउन आवश्यक है, JD मजेठिया, अध्यक्ष, IFTPC, एक लॉकडाउन एक्सटेंशन के बारे में चिंतित है, कि अगर 30 अप्रैल के बाद शूटिंग शुरू नहीं हुई तो निर्माता शूटिंग के लिए महाराष्ट्र से बाहर चले जाएंगे, लेकिन टीवी इंडस्ट्री के लिए कहीं और सेट बनाना आसान नहीं है.'
(Source: Midday)