सुनील शेट्टी, जो अब तीन दशकों से बॉलीवुड का हिस्सा बने हुए हैं, का कहना है कि उनकी समस्या टाइपकास्ट नहीं है, बल्कि सेफ गेम खेलना है. 59 वर्षीय स्टार ने 1992 में एक्शन ड्रामा बलवान से बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया था और जल्द ही एक एक्शन हीरो के रूप में फैंस द्वारा पसंद किये जाने लगे थे.
इन वर्षों में, उन्होंने 'मोहरा', 'बॉर्डर', 'कांटे' और 'सपूत' जैसी फिल्मों के साथ अलग शैली में अपनी पहचान बनाई, हालांकि उन्होंने फनीमैन ('हेरा फेरी' सीरीज, 'आवारा पागल दीवाना'), रोमांटिक एंटी-हीरो ('धड़कन') में भी भूमिका निभाई थी. इसके अलावा ऑफबीट नायक ('हू तू तू') और ओड विलन की भूमिका ('मैं हूं ना') में काम किया है.
हाल ही में दिए गए अपने इंटरव्यू में एक्टर ने आज के दौर के हीरो पर भी बात करते हुए कहा है, "आयुष्मान खुराना हो या टाइगर श्रॉफ, मुझे लगता है कि कुछ समय बाद, वे भी अपने रोल के साथ एक्सपेरिमेंट करने लग जाएंगे. जरूरी है कि अपनी इमेज बनाना और वे यकीनन अपनी एक इमेज बना चुके हैं. आज इन दो लोगों की प्रशंसा ही की जा सकती है."
करियर के बारे में वह कहते हैं, "मेरे साथ समस्या टाइपकास्ट होने की नहीं है, बल्कि मैंने सेफ गेम खेला है. आयुष्मान और टाइगर को इस बात से अलग रखें कि वे विषय, निर्देशकों के साथ गए हैं, न कि सिर्फ बैनर के साथ."
नई दौर के एक्टर्स को सुनील शेट्टी दी खास सलाह, "मेरे हिसाब से अगर आप कोई रिस्क नहीं लेते, तो आप एक्टर नहीं हैं. अपनी खुद का स्टाइल बनाएं. टाइगर, आयुष्मान, सलमान खान को देखें. वे अपने दम पर खड़े हैं. हम सभी सेल्फ मेड हैं. हां, हमने गलतियां कीं, पर उस समय अक्षय कुमार और अजय देवगन थे, जिन्होंने अपना जलवा दिखाया." खुद पर बात करते हुए वह कहते हैं, "यहां एक सुनील शेट्टी भी था जो कुछ सालों बाद फेल हो गया, क्योंकि वह सब्जेक्ट पर यकीन करता था, लेकिन मार्केटिंग में फेल हो गया."
सुनील आगे कहते हैं, "हम बॉक्स ऑफिस से शुरुआत करते हैं और लोग कैसे प्रतिक्रिया देते हैं. कोई भी आज सुनील शेट्टी के साथ 50 करोड़ रुपये दांव पर नहीं लगाएगा, लेकिन वे अक्षय कुमार के साथ 500 करोड़ रुपये का जोखिम उठाएंगे. जैसा कि मैंने कहा कि मैंने गलतियां कीं, लेकिन अब कोई बात नहीं है. शायद इस तजुर्बे से मेरा बेटा कुछ सीखे."
(Source: IANS)