By  
on  

आदित्य चोपड़ा का बड़ा फैसला, YRF की गोल्डन जुबली के बजट से किए जाएगे कोविड राहत कार्य और डेली वेजेज वर्कर्स की मदद

कोरोना के संकटकाल ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. लेकिन इस सेकेंड वेव का सबसे ज्यादा असर भारत पर पड़ा है. क्या आम क्या खास सभी को इसने बुरी तरह तोड़ कर रख दिया है. कोरोना संकट से जूझ रहे जरूरतमंदो की मदद के लिए हर सेलेब  आगे आ रहा है. इस संकट की घड़ी में जिससे जितना बन सकता है कर रहा है. वहीं अब फिल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा यशराज फिल्म्स की 50 वीं सालगिरह का पूरा बजट दैनिक वेतन भोगियों की सहायता के लिए दे रहे हैं. 

यशराज ने 2020 में 50 साल पूरे किए, और इसके जश्न के लिए प्रोडक्शन हाउस लंबे समय से ग्रैंड सेलिब्रेशन की तैयारी कर रहा है. हालांकि, अब कोरोना महामारी से देश को जूझता देख यशराज फिल्म्स की 50वी सालगिराह का पूरा बजट कोविड-19 से प्रभावित लोगों की मदद के लिए खर्च किया जाएगा. 

कोरोना की मार झेल रहे डेली वेज वर्कर्स के लिए आदित्य चोपड़ा ने की 'यश चोपड़ा साथी' की शुरुआत


प्रोडक्शन पावरहाउस एक नई पहल भी शुरू कर रहा है, जो गोरेगांव में हजारों फ्रंटलाइन कार्यकतार्ओं को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराएगी और यशराज स्टूडियो की रसोई से अंधेरी के आइसोलेशन केंद्रों में लोगों को खिलाएगी. नवीनतम निर्णय चोपड़ा द्वारा पिछले सप्ताह यश चोपड़ा के 'साथी' पहल शुरू करने के बाद आया है, जिसका उद्देश्य हजारों फिल्म उद्योग श्रमिकों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है.

व्यापारिक सूत्रों के अनुसार यशराज अपना 50 वां वर्ष नहीं मनाएगा, भले ही चीजें बाद में सामान्य हो जाएं, क्योंकि आदित्य चोपड़ा ने इस पूरे फंड को कोविड राहत कार्य के लिए दान देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि उद्योग को फिर से शुरू करने के लिए धन के तत्काल उपयोग करने की आवश्यकता है. क्योंकि इसे वायरस ने सबसे ज्यादा बर्बाद किया है. पहल के हिस्से के रूप में, यश राज फाउंडेशन उद्योग में महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को 5000 रुपये देगा, साथ ही साथ अपने एनजीओ पार्टनर यूथ फीड के माध्यम से चार सदस्यों के परिवार के लिए श्रमिकों को राशन किट वितरित करेगा. हाल ही में, यशराज ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूछा कि क्या वे फिल्म उद्योग के 30,000 पंजीकृत श्रमिकों के लिए टीके खरीद सकते हैं. यशराज ने कहा कि वह टीकाकरण से संबंधित श्रमिकों के सभी खर्चे को उठाएगा.

बता दें कि, इससे पहले . इंडस्ट्री के श्रमिकों की मदद करने के प्रयास में, फिल्म निमार्ता आदित्य चोपड़ा ने 'यश चोपड़ा साथी' के नाम से पहल की शुरूआत की थी. आदित्य के पिता, दिवंगत फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के नाम पर की गई इस पहल का उद्देश्य फिल्म उद्योग के दैनिक वेतन भोगियों को सहायता प्रदान करना थी. 

Author

Recommended

PeepingMoon Exclusive