दिग्गज कलाकार कबीर बेदी हमेशा अपनी लव लाइफ, शादी से लेरप पर्सनल जिंदगी को लेकर सुर्खियों में रहे है. अपनी जिंदगी से जुड़े कई अनकही बातों का खुलासा दिग्गज कलाकार ने अपनी किताब 'स्टोरीज आई मस्ट टेल: द इमोशनल लाइफ ऑफ द एक्टर' में किया है. इस किताब में उन्होंने परवीना बॉब से प्यार, बेटे सिद्धार्थ की आत्महत्या, पत्रकारिता, करियर, जवानी और फिल्म इंडस्ट्री के बारे में लिखा है. हॉलीवुड में दिवालिया होने तक को लेकर कई कड़वे पहलुओं को इस किताब में लिखा है. वहीं हाल ही में कबीर सिंह ने अपनी इसी किताब के बारे में बातचीत करते हुए एक इंटरव्यू दिया. इस दौरान उन्होंने खुलासा किया है कि वह वहां दिवालिया हो गए थे और एक बार फिर उन्होंने कैसे वापसी की. अभिनेता कबीर बेदी ने अपने जीवन से जुड़े दुखी पलों को याद किया है कि वह कैसे दिवालिया हो गए थे. उन्होंने इसे बहुत ही अपमानजनक बताया है.
इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या अध्यात्म के कारण उन्हें दुखों से उबरने में सहायता मिली है. इसपर कबीर बेदी कहते है, मुझे बहुत ही गहरा सदमा पहुंचा थाl मेरे बेटे की मौत हुई थी और मैं दिवालिया हो गया था. वह भी हॉलीवुड में, यह बहुत ही अपमानजनक बात हैl किसी कलाकार के लिए की वह दिवालिया हो गया है लेकिन आपको वापस लौटने के रास्ते खोजने पड़ते हैं.' इस बारे में आगे बताते हुए कबीर बेदी कहते है, 'अपने पूरे जीवन में मैंने हमेशा प्रयास किया हैl मैंने बहुत ज्यादा साधना की हैl मैं बहुत ज्यादा आध्यात्म से जुड़ा हुआ हूंl मेरे माता-पिता सिख और बौद्ध धर्म को फॉलो करते थेl इससे मुझे बहुत प्रेरणा मिली और मेरी आत्मा मुझसे हमेशा कहती थी कि मैं फाइट करता रहूंगा.'
बता दें कि, कबीर बेदी ने 'द बोल्ड एंड ब्यूटीफुल' शो में काम किया है. यह हॉलीवुड का लोकप्रिय शो था. इसके अलावा उन्होंने 'डायनेस्टी', 'मर्डर', 'सी रोड', 'मैग्नम', 'हंटर' जैसी सीरीज में भी काम किया है. कबीर बेदी ने अपनी पुस्तक में बेटे सिद्धार्थ की आत्महत्या के बारे में भी बात की.
Kabir Bedi speaks to Brut about his life, loves and his autobiography, Stories I Must Tell. pic.twitter.com/C4sz3tH4zA
— Brut India (@BrutIndia) June 21, 2021
वहीं एक इंटरव्यू के दौरान कबीर ने बेटे की सुसाइड पर कहा था कि, ‘सिद्धार्थ बहुत ही शानदार लड़का था. उसके अंदर कई योग्यताएं थीं, लेकिन एक दिन अचानक उसका सोचना बंद हो गया. वो कुछ सोच नहीं पा रहा था. हमने बहुत कोशिश की कि समझ पाएं कि उसे हो क्या रहा है. तीन साल हम इस अंजानी शक्ति से लड़ते रहे तभी एक दिन वो Montreal की सड़कों पर हिंसक हो गया, आठ पुलिसवालों ने मिलकर उसे कंट्रोल किया. फिर आखिरकार Montreal के डॉक्टर्स ने बताया कि सिद्धार्त सिजोफ्रेनिया नाम की बीमारी से लड़ रहा है'.
कबीर ने आगे बताया था कि, 'पढ़ाई के दौरान ही सिद्धार्थ डिप्रेशन में चला गया था. उसका डिप्रेशन बढ़ता ही जा रहा था और उसे सिजोफ्रेनिया जैसी गंभीर बीमारी हो गई थी. मैंने उसका इलाज करवाया लेकिन दवाइयां उसे ठीक नहीं कर पाईं. मेरा ये ही प्रयास रहता कि मैं अपने बेटे के हर दिन को पॉजिटिव बना सकूं, लेकिन उसकी बीमारी बढ़ती ही जा रही थी. वो खुद अपनी बीमारी के बारे में सर्च करता रहता था. एक दिन सिद्धार्थ ने मुझसे कहा था कि उसे सुसाइड के ख्याल आ रहे हैं. मैं ये सारी बातें सुनकर हैरान रह गया था. मैं समझ गया था कि मुझे उसे ठीक करने के लिए और ज्यादा प्रयास करना होगा और मैं इसी कोशिश में जुट गया. उसे कुछ भी अच्छा नहीं लगता था. ना वो टीवी देखता और नहीं नौकरी करना चाहता था.'
'सिद्धार्थ को हर कोई ठीक करना चाहता था, लेकिन उस पर कुछ भी असर नहीं हो रहा था. एक दिन मैंने ईमेल चैक किया तो हैरान रह गया था। उसने अपने दोस्तों को मेल किया था कि मुझे फेयरवेल देने आ जाओ और फिर उसने सुसाइड कर लिया. उसने सिर्फ एक खत छोड़ा था जिसमें लिखा था- मैं दूसरी तरफ जा रहा हूं. मैंने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन नहीं बचा सका. इस सदमे को सिद्धार्थ की मां और कबीर की पहली पत्नी प्रोतिमा भी नहीं बर्दाश्त कर पाईं और वो भी इस संसार को छोड़ कर हमेशा-हमेशा के लिए अपने बेटे के पास चली गई.'
(Source: Brut India)