दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का बुधवार को मुंबई में निधन हो गया है. बता दें कि वह पिछले कुछ दिनों से बिगड़ी तबीयत की वजह से अस्पताल आते जाते रहे थे, पिछले महीने ही उन्हें दो बार मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ दिनों पहले, सायरा बानो ने फैंस को आश्वासन दिया था कि उनकी तबीयत ठीक है. हालांकि, लाख कोशिशों के बावजूद 7 जुलाई को दिलीप कुमार ने सभी को अलविदा कह दिया. ये कहना गलत नहीं होगा कि सिनेमा के एक युग का अंत हो चूका है.
ऐसे में प्रख्यात फिल्म निर्माता रमेश सिप्पी ने एक जाने माने अखबार को दिए इंटरव्यू में दिलीप कुमार के लिए एक 'ट्रैजडी हीरो' के रूप में प्रशंसा करते हुए उनके याद में कहा की वह कितने वर्सटाइल थे. उन्होंने कहा, "जहां तक मैं इसे देख सकता हूं, मुझे लगता है कि यह इस बारे में है कि मीडिया और सितारों का रिश्ता कैसा है. यह उसी पर बनता है. उस समय दिलीप कुमार के दौर में ये तीन जेंटलमैन थे जिन्होंने फिल्मों पर राज किया- राज कपूर, देव आनंद और दिलीप साहब. उनके अलग-अलग व्यक्तित्व थे. उनकी अपनी तीनों की अपनी-अपनी छवि है.
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बेशक, राज कपूर अपनी आम आदमी की छवि और फिल्मों में किरदार के लिए अधिक जाने जाते थे, जिसमें बहुत सारे संगीत और डांस हुआ करते थे. दूसरी ओर, देव आनंद सभी स्टाइल, करिश्मा और ग्लैमर से भरे थे. और दिलीप कुमार उस समय अंदाज़ (1949), दीदार (1951), मेला (1948), बाबुल (1950) और कई अन्य फिल्मों के कारण ट्रेजेडी किंग थे. फिर, देवदास (1955) आई और उनसे वो छवि जुड़ी कि 'ओह वह ट्रेजेडी किंग हैं'.उस छवि में और योगदान देने वाला तथ्य यह था कि वह उन फिल्मों को बैक-टू-बैक कर रहे थे.
उन्होंने आखिर में कहा, मुझे यह भी लगता है कि उस युग में ट्रेजेडी थी; यह ट्रेंड में थे और वह बस यही कर उसे कर रहे थे. वह समय के साथ चल रहे थे. ऐसा नहीं था कि कोई और उसे नहीं कर रहे था, लेकिन दिलीप कुमार इसे सबसे अच्छी तरह से कर रहे थे. उन्होंने ट्रेजेडी हीरो को बेहतरीन तरीके से निभाया.
(Source: HT)