एक्ट्रेस विद्या बालन ने कहा है कि 'हर बायोपिक' प्रभावशाली, अच्छी तरह से बनाई गई, ड्रामेटिक या सिनेमेटिक नहीं होती. उन्होंने कहा कि हालांकि उन्हें कई बायोपिक्स की पेशकश की गई है, लेकिन उन्होंने उनमें से बहुत कम ही की हैं. विद्या ने यह भी कहा कि बायोपिक्स की संरचना 'हर चीज के लिए काफी समान है' जो 'थोड़ी देर के बाद उबाऊ हो सकती है'.
विद्या बालन अब तक बायोपिक्स द डर्टी पिक्चर (2011) और शकुंतला देवी (2020) में काम कर चुकी हैं.द डर्टी पिक्चर दिवंगत अभिनेता सिल्क स्मिता के जीवन से प्रेरित है. जब्कि पिछले साल विद्या ने शकुंतला देवी में अभिनय किया था.
एक एंटरटेनमेंट वेब पोर्टल को दिए अपने इंटरव्यू में, विद्या बालन ने कहा, “हर बायोपिक प्रभावशाली या अच्छी तरह से बनी नहीं होती है. मुझे कई बायोपिक्स ऑफर हुई हैं, लेकिन मैंने बहुत कम करने का फैसला किया है. कभी-कभी, यह एक प्रेरक कहानी है, लेकिन ड्रामेटिक या सिनेमेटिक रूप से काफी नहीं हैं. एक बायोपिक में दिलचस्प होने के लिए सभी तत्वों की जरूरत होती है. कभी-कभी, किसी के बारे में पढ़ना बहुत अच्छा होता है लेकिन आप इसे सेल्युलाइड अनुभव के रूप में नहीं देखते हैं."
उन्होंने यह भी कहा, "बायोपिक्स बहुत सारे आते हैं, लेकिन हर बायोपिक को नहीं देखा जा सकता है. केवल अच्छे काम करेंगे और कुछ ऐसा अनोखा होना चाहिए जो एक बायोपिक को दूसरों से अलग करे. बायोपिक्स की संरचना बहुत अधिक है सब कुछ के लिए समान और यह थोड़ी देर बाद उबाऊ हो सकता है. एक बायोपिक के लिए सिर्फ एक प्रेरक कहानी या व्यक्तित्व पर्याप्त नहीं है, इसे एक अनोखे तरीके से बताया जाना है. उनमें से 100 हो सकते हैं, लेकिन कुछ ही जगह बनाएंगे."
विद्या को आखिरी बार अमेज़न प्राइम वीडियो की शेरनी में देखा गया था. जिसमे उन्होंने विद्या विन्सेंट नाम की वन अधिकारी की भूमिका निभाई थी. हाल ही में एक्ट्रेस की शॉर्ट फिल्म नटखट भी रिलीज हुई थी.
(Source: HT)