बनने से पहले ही संजय लीला भंसाली की सीरीज 'हीरामंडी' पर विवाद शुरू हो गया है. यह नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी. 14 साल पहले भंसाली ने इसे बनाने का सपना देखा था जो अब जाकर पूरा हो रहा है. रिलीज की तारीख अभी अनाउंस नहीं की गई है. सीरीज की कहानी पाकिस्तान में लाहौर के रेड-लाइट एरिया से संबंधित है, जिसे ‘शाही मोहल्ला’ भी कहा जाता है. कहानी का फोकस यहां काम करने वाली सेक्स वर्कर्स की लाइफ पर है. जहां भारत में दर्शक शो को लेकर उत्साहित हैं, वहीं पाकिस्तान के कुछ कलाकार इसका विरोध कर रहे है.
एक्ट्रेस उशना शाह ने संजय लीला भंसाली के इस ड्रीम प्रोजेक्ट ‘हीरामंडी’ पर अपना पक्ष रखा है. उनका कहना है कि एक भारतीय डायरेक्टर को पाकिस्तान में एक इलाके पर आधारित वेब सीरीज नहीं बनानी चाहिए. ‘हीरामंडी’ उनके बनाने लिए नहीं है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा,'संस्कृति सहयोग एक बात है लेकिन यह अनुचित है. हमारी नकल करने से प्रोजेक्ट की प्रामाणिकता खत्म हो जाएगी! भारत में फिल्म के लिए समृद्ध संस्कृतियों और इतिहास का ढेर है, यह उनका नहीं है.' उशना शाह ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि संजय लीला भंसाली का हीरामंडी पर फिल्म बनाना वैसा है, जैसे पाकिस्तानी डायरेक्टर का महाभारत पर फिल्म बनाना है. उशना ने दुसरे ट्वीट में कहा कि संजय लीला भंसाली का हीरामंडी पर फिल्म बनाना वैसा है, जैसे पाकिस्तानी डायरेक्टर का महाभारत पर फिल्म बनाना है.
Culture collaboration is one thing but this is appropriation. Mimicking ours will make the project lose authenticity! India has a plethora of rich culture & history to film, this isn’t theirs to make!
Sanjay Leela Bhansali Sets Netflix Series ‘Heeramandi’ https://t.co/QXRNjwBUtU
— Ushna Shah (@ushnashah) September 27, 2021
Heera mandi was in Lahore, Lahore is in Pakistan. It’s relevance is to the Mughal empire on which Pakistani history is predominantly set. This would be like a Pakistani director making a film about Mahabharata.
— Ushna Shah (@ushnashah) September 27, 2021
पाकिस्तानी स्टार मंशा पाशा ने अपने ट्विटर पर संजय लीला भंसाली की ‘हीरामंडी’ के बारे में लिखा, 'भारत लाहौर और प्रसिद्ध हीरामंडी पर एक फिल्म बना रहा है. क्योंकि हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां काल्पनिक कहानियों को अक्सर सेंसर किया जाता है और हर कोई इस बारे में बहस करता रहता है कि ‘नैतिक रूप से स्वीकार्य’ कल्पना क्या है या नहीं, ऐसे में अन्य लोगों को हमारे देश की मूल कहानियों को लेने का मौका मिलता है. वे उन्हें ब्रांड बनाकर, उन्हें दुनिया के बाकी हिस्सों में बेचते हैं. अंत में जो बचेगा वो हमारी कहानियां किसी और के मुंह से निकलेगी. दुखी.'
पाकिस्तानी एक्टर और होस्ट यासिर हुसैन ने कहा, 'हीरामंडी यहां लाहौर में है और इस पर फिल्म भारतीयों द्वारा बनाई जा रही है और फिर हम आलोचना करेंगे कि इंडियन कैसे झूठे नैरेटिव दिखाते हैं. अल्लाह जाने हम कब इस तरह के मुद्दों पर बात करेंगे, कब हम अपनी कहानियां सुनाएंगे.'