टीवी की दुनिया के पॉपुलर एक्टर पर्ल पुरी- POCSO एक्ट मामले में क्या है सच्चाई? क्या यह सच है कि सभी के दिलों पर राज करने वाले एक्टर आदतन अपराधी है? और इस बारे टेलीलैंड इस बारे में जानता है? लेकिन क्या यह पहली बार है, जब एक्टर को पकड़ा गया है? क्या यह भी सच है कि एक बड़े प्रोडक्शन हाउस द्वारा इस केस को दबाया जा रहा था? वहीं, दूसरी तरफ पीड़िता के माता-पिता के बीच तीखे तरीके से तलाक का मामला फैमिली कोर्ट में चल रहा है. ऐसे में लेटेस्ट अफवाहें हैं जो PeepingMoon.com ने एक्सक्लूसिव तौर से जाना है.
जैसा की आप जानते हैं, पुरी को कड़े पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है और वह पुलिस हिरासत में है. बताया जा रहा है कि उनपर रेप का आरोप लगाया जा रहा है. पीड़िता एक एक्ट्रेस की नाबालिग बेटी है, जिसके साथ उन्होंने एक पॉपुलर टीवी शो में काम किया था. यह घटना कथित तौर पर 2019 की है जब पीड़िता पांच साल की थी. माना जाता है कि उसके पिता ने 23 सितंबर, 2019 को वर्सोवा पुलिस स्टेशन में पुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. मामला नायगांव के वालिव पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया था क्योंकि यहीं पर एक टीवी धारावाहिक की शूटिंग के दौरान कथित अपराध किया गया था.
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माना जा रहा है कि घटना को रफा-दफा करने का प्रयास किया गया. शायद इसलिए कि इसमें टीवी का एक मशहूर एक्टर और एक बड़े प्रोडक्शन हाउस का शो शामिल था. जो भी हो, पीड़िता की मां (शो में पुरी की को-स्टार) ने अपने कारणों से इसे कभी आगे नहीं बढ़ाया. लोगों का कहना है कि उन्हें जबरदस्ती अपने करियर के बारे में सोचने के लिए मजबूर किया गया था. दूसरों को लगता है कि उसे धमकी दी गई थी. ऐसे में बेटी ने इस घटना की जानकारी अपनी मां को दी लेकिन उसने उसे वही रहने दिया. जिसके बाद छोटी लड़की ने अपने पिता को घटना की जानकारी दी.
इससे मामलों में मदद नहीं मिली कि माता-पिता अदालत में कानूनी अलगाव की मांग कर रहे हैं. शायद ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि फैमिली कोर्ट के मजिस्ट्रेट ने घटना के बारे में सुना और निवारण के लिए दबाव डाला. अंतरिम में यह माना जाता है कि पिता ने गुस्से में पुरी और शो के निर्माता का सामना करने की कोशिश की, लेकिन कानूनी कार्रवाई की धमकी दी गई. पुलिस सोमवार से शो में काम करने वाले और समर्थन जताने और घटना के बारे में बात करने वालों से पूछताछ करेगी. पुरी को POCSO (यौन अपराधों से बच्चों की रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है, जो नामित विशेष अदालतों में बच्चों के यौन शोषण के लिए त्वरित सुनवाई का वादा करता है.