10 साल की उम्र में 'बाल विवाह' जैसे सामाजिक मुद्दे पर आधारित सीरियल 'बालिका वधु' से अविका ने अपने करियर की शुरुआत की थी. कम उम्र में अविका घर- घर 'आनंदी' बनकर चर्चा में आ गयी थी. यूं तो अविका को लाइमलाइट में रहने के लिए किसी विषय की जरूरत नहीं लेकिन हाल ही में वो एक फेयरनेस क्रीम को एंडोर्स न करने के कारण चर्चा में आ गयी थी. हाल ही में पीपिंगमून के साथ बातचीत में अविका ने अपने ट्रांसफॉर्मेशन, 'बालिका वधु' और फेयरनेस क्रीम को क्यों एंडोर्स करने से मना कर दिया इस बारे में बात की.
अविका का ट्रांसफॉर्मेशन मीडिया में खूब सुर्ख़ियों में रहा. हालांकि उनके लिए यह आसान नहीं था. अपनी डाइटिंग से लेकर वर्कआउट तक उन्होंने सभी चीजें बैलेंस करकर की. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होनें कहा, 'ट्रांसफॉर्मेशन बहुत चैलेंजिंग होता है. इसमें समय और एफर्ट दोनों लगता है. बहुत मेहनत लगी है, यह कोई आसान और शॉर्ट प्रोसेस नहीं है लेकिन मैं खुश हूं कि यह हो गया. मुझे डांस करना बचपन से पसंद है तो मैंने उसपर फोकस किया. मैं कोशिश करती थी कि मेरा जो भी वर्कआउट है वह मैं डांस के अराउंड करूं तो मैं बोर न महसूस करूं. मैंने अपने कोई टारगेट नहीं रखा था क्यूंकि मुझे पता था अगर मैं ऐसा करती तो मैं डिसपॉइन्ट होती.
अविका ने आगे कहा कि वर्कआउट से मेंटली, फिजिकली और इमोशनली आप बहुत स्ट्रॉन्ग फील करने लगी है. एक्ट्रेस ने बताया कि आप किस तरह का खाना खाते हो यह उस पर भी यह निर्भर करता है, कितना पानी पीते हो. आपको न्यूट्रिएंट्स मिलते जाते है और आप अलग महसूस करने लगते हो.
'बालिका वधु' के समय क्या उन्हें 'बाल विवाह' के बारे में पता था इस सवाल के जवाब में अविका ने कहा, 'नहीं, मुझे नहीं पता था. मुझे यह भी नहीं पता था कि कितने समय तक वह शो चलने वाला है लेकिन लोगों ने इतना प्यार दिया कि हम इतने सारे एपिसोड्स कर पाए. उस शो के साथ हमेशा से सिखने वाला अनुभव था. बहुत कुछ समझ आया कि क्या- क्या होता है आज भी. बहुत सारे एनजीओस है जो कोशिश करते हैं कि ऐसी सारी चीजें अब न हो और में पूरी तरह उनका सपोर्ट करती हूं.
'बाल विवाह' रोकने के लिए किसी एनजीओ या फिर फाउंडेशन का हिस्सा बनने के सवाल पर एक्ट्रेस ने कहा, 'हां, क्यों नहीं. किसी भी चीज से अगर एक जिंदगी भी बदलती है तो मेरे ख्याल से सभी को इस पहल का हिस्सा लेना चाहिए. एक्ट्रेस ने आगे कहा, 'हमारे पास पहले से ही बहुत सारे सामाजिक मुद्दे है. ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जिसके लिए लोगों को अवेयर होने की जरुरत है. सिर्फ 'बाल विवाह' के बारे में नहीं. मेरा ध्यान सबसे पहले लोगों को ये बताने में होगा कि पढ़ने की कोशिश कीजिये. जितना आप जागरूक होंगे कि क्या हो रहा है, उतना आप समझ पाएंगे कि इसे रोकना है.
अविका ने एक फेयरनेस प्रोडक्ट को एंडोर्स करने से मना कर दिया था. इस बारे में बात जकरते हुए उन्होंने कहा, मेरे ख्याल से हमारी इंडस्ट्री इस चीज के लिए थोड़ी जिम्मेदार है क्यूंकि हमने बहुत फेयरनेस क्रीम को बहुत ज्यादा ग्लोरिफ़ाई कर दिया है. यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है. ये नहीं होना चाहिए था. मैं यह भी समझती हूं कि लोग बहुत स्मार्ट है, उन्हें पता है कि उन्हें क्या चाहिए. और इसी कारण राधिका आप्टे और कोंकणा सेन शर्मा को उसी इज्जतदार नजर से देखा जाता है जीतनी किसी और एक्ट्रेस को. मैं मानती हूं कि अब समय बदल रहा है. पहले ये चीजें जितना इम्पैक्ट करती थी उतना अब नहीं करती है. मैंने फेयरनेस क्रीम को एंडॉर्स करने से इसलिए मन किया क्यूंकि मैं नहीं चाहती थी कि कोई बच्ची अगर देख रही है, थोड़ी सी भी सांवली है तो ऐसा फील करे कि मैं अच्छी नहीं दिखती हूं. मैं नहीं चाहती थी कि कोई गलत मैसेज बाहर जाए. यह मेरा पर्सनल व्यू है.