तीन बार नेशनल अवॉर्ड विनर एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी के निधन फिल्म इंडस्ट्री को ग़मगीन कर दिया. आज सुबह 75 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. उनके मैनेजर ने उनके निधन की खबर की पुष्टि की. दिग्गज अभिनेत्री को फिल्म 'तमस' 1988, 'मम्मो' (1995) और 'बधाई हो' (2018) के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड दिया गया था. अपने फ़िल्मी करियर में उन्होंने बहुत काम किये लेकिन बालिका वधु की 'दादी सा' से वो ज्यादा पॉपुलर हुयी. उनकी बोलचाल से लेकर एक्सप्रेशन तक हर कोई फैन था. आखिरी बार सुरेखा सिकरी फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म Ghost Stories में नज़र आईं थीं.
'बालिका वधू' में आनंदी का किरदार निभा चुकी अविका गौर ने पीपिंगमून बातचीत में उनके साथ अपने काम करने के अनुभव को शेयर किया.
सुरेखा के साथ पहली मुलाकात का जिक्र करते हुए अविका ने बताया, 'उनके साथ मेरी पहली मुलाकात सेट (बालिका वधु) पर हुयी थी. मैं नर्वस थी क्योंकि मुझे पता था कि वह कौन है लेकिन जब मैं उनसे मिली तो उन्होंने मुझे बहुत कम्फर्टेबल महसूस करवाया. आखिर में मैं बहुत खुश और कम्फर्टेबल थी.
अविका ने आगे कहा, 'ऑफ कैमरा वो बहुत दयालु और प्यारी थी. हां, हमारे बहुत सारे सीन थे जिसमें वो मुझे बहुत डांटती थी. मुझे याद है शो में एक सीन था जहां वो मुझे कोठरी में बंद कर देती है, अगले दिन वह मेरे लिए चॉकलेट लेकर आती है सिर्फ ये बताने के लिए कि वह सिर्फ किरदार था. मैं तुम्हे बहुत पसंद करती हूं, बहुत प्यार करती हूं. वो मुझे बहुत पैंपर करती थी. वह मेरे लिए बहुत स्पेशल थी और हमेशा रहेंगी क्यूंकि मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है. सेट पर उनके साथ हर दिन अपने आप में एक्टिंग स्कूल जैसा था. मुझे अभी भी उनकी स्क्रिप्ट कॉपीज याद है. अगले शॉट के लिए वह अपने डायलॉग, इमोशन और मूवमेंट की हर छोटी सी छोटी डिटेल लिखती थी. उसी दौरान उनके निजी जीवन में भी बहुत सारी चीजें चल रही थी, जैसे उनके पति का निधन और अगले दिन वह सेट पर होती थी. उनके लिए उनका काम बहुत अहम होता था और उस चीज ने मुझे इंस्पायर किया है कि जीवन सिर्फ अपने बारे में नहीं है यह बाकी लोगों के बारे में भी है. वह हमेशा ध्यान रखती थी कि उनके आस- पास के लोग सेट पर खुश हो, कम्फर्टेबल हो और अपना काम कर रहे हो.
अविका ने सुरेखा के साथ स्पेशल मोमेंट के बारे में बात करते हुए बताया कि बालिका वधु में एक सीन होता है, जहां में उन्हें पीछे से गले लगाती हूं और वो चीड़ जाती है और गुस्से से दूर कर देती है. ऑन कैमरा उन्हें वो करना होता है लेकिन ऑफ कैमरा वो आकर कहती है कि उन्हें वो करते हुए बहुत बुरा लगा. एक्ट्रेस ने आगे कहा, 'हर दिन वो मुझसे सीन डिस्कस करती थी. शुरुआत में उन्होंने मुझसे कभी नहीं कहा कि मुझे ये करना चाहिए, वो करना चाहिए. वो मुझे करने देती थी और फिर सलाह देती थी जो कि सीन में मेरी मदद करें. एक अभिनेता होने के नाते उनके साथ काम करना आशीर्वाद था. मैं खुशनसीब थी कि मैंने उनके साथ वो शो किया.