आज सुबह सामने आई जाने माने म्यूजिक कंपोजर और सिंगर वाजिद खान के निधन की खबर ने सभी को एक पल के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर ये हो क्या रहा है. आपको बता दें कि इंडस्ट्री में वह अपने भाई साथ बनाई गयी साजिद-वाजिद के जोड़ी के नाम से खास कर के जाने जाते थे. 42 वर्ष की उम्र में म्यूजिक कंपोजर और सिंगर ने चेंबूर के सुराणा सेठिया अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली. माना जाता है कि उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण और किसी से नहीं बल्कि उनकी मां से हुआ था.
वह पिछले दो महीनों से कथित तौर पर अस्पताल में भर्ती थे. और उनकी मां उनका ख्याल रख रही थीं. उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ लेकिन उसके बाद उन्हें कोरोना पॉजिटिव भी पाया गया. जब तक डॉक्टरों को यह पता चला, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और वाजिद 42 साल की उम्र में बॉलीवुड की संगीत की दुनिया में बहुत दूर जा चुके थे.
(यह भी पढ़ें: वाजिद खान ने अस्पताल से भाई साजिद खान को डेडिकेट किया था 'हुड हुड दबंग' गाना, देखें वायरल हो रहा वीडियो)
PeepingMoon.com को कुछ समय पहले पता चला है कि वाजिद को अपने भाई साजिद की पत्नी से एक किडनी मिली थी. लेकिन, उनकी बॉडी ने ट्रांसप्लांट किये गए ऑर्गन को रिजेक्ट कर दिया था और उसी किडनी की इन्फेक्शन के कारण की वजह से वह हॉस्पिटल में भर्ती थे. म्यूजिक डायरेक्टर सलीम मर्चेंट ने कहा कि वाजिद की कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं और उनकी हालत बिगड़ने के बाद पिछले चार दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
वाजिद जो कथित रूप से पत्नी से अलग रह रहे थे, उनका पिछले दो महीनों से साजिद की पत्नी और उनकी मां देखभाल कर रहे थे. उनकी मां रोज उनसे मिलने आती थीं. वहीं उनमे कोरोना के कोई भी लक्षण देखने नहीं थे. लेकिन कथित तौर पर वाजिद, जो एक कोमोबायिटीज मरीज थे, वह लौ इम्युनिटी के कारण इस वायरस का शिकार बन गए.
बहुतों को नहीं पता, लेकिन वाजिद को 7 अप्रैल को छुट्टी मिली और 8 अप्रैल को वर्सोवा कब्रिस्तान में 'शब ए बारात' में उन्होंने भाग लिया था. हालांकि, उन्हें 10 अप्रैल को फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अफसोस की बात यह है कि वाजिद को उसी कब्रिस्तान में उनकी मौत के बाद दफनाया गया है.
(Transcripted By: Nutan Singh)