'रूप' और ‘दिल तो हैप्पी है जी’ से घर घर पहचान बनाने वाली बेहद मासूम सी दिखने वाली एक्ट्रेस डोनल बिष्ट ने अपने पार्टी सॉन्ग 'तेरी पतली कमर' में अपनी अदाओं से सबको चौंका दिया. इस पार्टी म्यूजिक वीडियो में डोनल एकदम नए अवतार में नजर आ रही हैं. वहीं डोनल ने पीपिंग मून से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान हिंदी की पहली म्यूजिकल वेब सीरीज 'द सोचो प्रोजेक्ट' में अपने किरदार से लेकर डिजाइनर रोहित वर्मा के सोनागाछी कलेक्शन से जुड़ने को लेकर बात की.
सवाल- शुरुआत आपने कहां से की, कहां की रहने वाली हैं आप, क्या शुरु से ही एक्टर बनने का सोच रखा था ?
जवाब- मैं हमेशा से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थी. लेकिन बस मुझे महसूस बाद में हुआ. जब मैं छोटी थी तो मेरा इंटरेस्ट हमेशा डांस करने में और शीशे के सामने एक्टिंग करने का था, लेकिन जैसे जैसे मैं बड़ी हुई मुझे महसूस हुआ कि मेरा ड्रीम यही है. मैंने पहले मास कम्युनिकेशन किया था. उसके बाद मेरी जॉब लग गई थी. वही मास कम्युनिकेशन करने के दौरान मेरे सर थे वह फिल्में और म्यूजिक वीडियो बनाया करते थे. तो सर मुझे फिल्में बनाने के दौरान वह कॉलेज या सेट पर बुला लिया करते थे. तब मुझे फील हुआ मुझे तो हीरोइन ही बनना है. मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करने के बाद मैं पत्रकार थी, मेरी जॉब लग गई थी लेकिन मेरा अंदर कहीं ना कहीं है एक एक्टर था जो परेशान था एक्टिंग करने के लिए. क्या होता है ना अगर आपकी कितनी अच्छी जॉब लग जाए लेकिन अगर आपका मन नहीं है तो आप नहीं कर पाते हो. मुझे फील हुआ की इस जॉब मैं मेरा मन नहीं है, बल्कि कॉलेज टाइम में मैं जो एक्स्ट्रा एक्टिविटीज करती थी लाइक एक्टिंग या स्टेज शो वह काम मेरे मन को ज्यादा खुशी देता था. फिर मैंने फिर मैंने सोचा मुंबई कैसे आया जाए कैसे अपने सपनों को पूरा किया जाए. तो मैं जहां पर जॉब करती थी मैं वहां दो हफ्तों का काम 1 हफ्ते में कंप्लीट कर दी थी. और फिर छुट्टी लेकर मुंबई आती थी. पहले ऑफिस में सर को 8 9 महिने मनाने में लगे कि मुझे जाने दो मुझे जाने दो फिर उसके बाद मुझे परमिशन मिली. तो मैं हर महीने 5 दिन के लिए मुंबई आती थी. और फिर मैं मुंबई आकर ऑडिशंस देती थी. तो इस तरीके से मेरी एक्टिंग की जर्नी शुरू हुई. मुझे ऐसा लगता है मास मीडिया की पढ़ाई मुझे बहुत हेल्पफुल रही क्योंकि मुझे कभी भी कैमरा फेस करने से डर नहीं लगा कैमरे के आगे मैं बहुत कॉन्फिडेंस रहती थी. पत्रकारिता की पढ़ाई के दौरान आप इतने लोगों से बात कर चुके होते हैं कि आप अंदर से खुल जाते. ऑन कैमरा आपको दिक्कत नहीं होती है. मैंने एंकर के तौर पर काम किया तो मुझे इससे काफी फायदा मिला. वही चार-पांच महीने मुझे बालाजी से फोन आया उन्होंने कहा कि आप इस रोल के लिए सिलेक्ट हो गई हैं. टीवी शो कलश मेरा फर्स्ट शो था. उसके बाद मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा मैंने बहुत काम किया.
सवाल- आपके पहले पार्टी म्यूजिक वीडियो की काफी चर्चा है, 'तेरी पतली कमर' में खुद को कितना रि-इनवेंट किया आपने. kum kum actor Krishna Kaul के साथ काम करने का एक्पीरियंस ?
जवाब- मुझे यह म्यूजिक वीडियो करने में बहुत मजा आया यह मेरे लिए एकदम नया एक्सपीरियंस था. और मुझे पूरी टीम के साथ काम करने मैं बहुत मजा आया. मेरे लिए पूरी टीम नई थी, नए लोगों के साथ काम करने से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. हमने यह पार्टी सॉन्ग लॉकडाउन के एंड में शूट किया. लॉकडाउन में सब लोग बहुत परेशान थे तो उसके बाद ही गाान शूट हुआ तो सब ने बहुत एंजॉय किया. सब ने इस पार्टी की तरह एंजॉय किया. मतलब मैं सच कहूं तो यह पार्टी ही थी एक हमारे लिए. और जब आप किसी गाने को मजे से शूट करते हो तो वह देखने में भी उतना ही मजा आता है सबको. यह मेरा फर्स्ट ऐसा पार्टी सॉन्ग था जिसमें मैं पूरी तरह से एक बदले अवतार में नजर आऊंगी. मेरा लुक बहुत ग्लैम्रस है. और जो गाने के स्टेप्स है वह भी बहुत अच्छे हैं. इस सॉन्ग में बहुत लोगों ने मेरे लुक की तारीफ की. मुझे बहुत कंपलीमेंट्स मिल रहे हैं. यह मेरे लिए नया अनुभव था.
सवाल- आप इंडिया की अपनी तरह की पहली म्यूजिकल वेब सीरीज है. इसमें आपके किरदार का नाम साशा पिंक है. .इसके बारे में बताएं क्योंकि काफी एक्साइटिंग प्रोजेक्ट लग रहा है.
जवाब- ये इंडिया की पहली म्यूजिकल वेब सीरीज है. मैं हमेशा चाहती थी कि मैं नए और अलग प्रोजेक्ट में काम करूं. क्योंकि एक ही तरह तरह का काम करते करते आप बोर हो जाते हो आप फिर एक ही किरदार में बंध जाते हो. जब आप अलग अलग तरीके का काम करते हो तो आप अपनी एक्टिंग स्किल्स और अच्छे से निखार सकते हो. इससे वक्त के साथ-साथ आपको पहचान मिलती है आप बहुत कुछ सीखते हैं. आपको अपने बारे में पता चलता है कि आप क्या-क्या कर सकते हैं. मैंने ये प्रोजेक्ट्स इसलिए ही चुना क्योंकि यह बहुत अलग था. बाकी सब तो रेगुलर चीजें हैं जो आप वेब सीरीज में देखेंगे लेकिन यह एक अलग सीरीज है. सीरीज में मेरा किरदार शाशा पिंक है, जो एक रॉकस्टार है. बहुत बड़ी रॉकस्टार है लोग उससे बहुत प्यार करते हैं. ये मैडोनाकी तरह किरदार है. यह कैरेक्टर बहुत प्यारा है और मुझे बहुत मजा आए इस कैरेक्टर को प्ले करने में. आप डेफिनेटली इस सीरीज में मेरा नया रूप देखेंगे. टीवी में निभाए गए किरदारों और साशा पिंक के किरदार में आपको जमीन आसमान का अंतर देखने को मिलेगा. मुझे ऐसा लगता है कि आपको कैरेक्टर की सिर्फ कॉस्टयूम, हेयर स्टाइल या मेकअप ही नहीं करना होता बल्कि आपको अपने कैरेक्टर भी पहनना होता है तभी आप अपने किरदार को जी पाते हैं.
सवाल- साशा पिंक के किरदार के लिए कितनी मेहनत की?
जवाब- साशा पिंक एक पॉप सनसनी और रॉकस्टार है, मैंने बहुत सारी हॉलीवुड फिल्में देखीं कि एक्टर किस तरह से मिलते हैं जैसे 'ए स्टार इज बॉर्न' और 'बोहेमियन रैप्सोडी'. स्क्रीन पर किसी भी कैरेक्टर को कैसे चित्रित करते हैं, इसको ऑब्जर्व करके एक मुख्य भूमिका निभाने में मदद ली जा सकती है. 'जब मुझे वेब शो 'द सोचो प्रोजेक्ट' की स्क्रिप्ट सुनाई गई तो मुझे बताया गया कि मेरा कैरेक्टर मैडोना से प्रभावित है, इसलिए मैंने उनके इंटरव्यू और मीडिया के साथ बातचीत करने के तरीके के वीडियो को देखना शुरू कर दिया. इस तरह से मैडोना के पर्सनैलिटी की बारीकियों को जाना. अगर आप एक कलाकार की भूमिका निभानी है तो आपको उसकी लाइफ को आब्जर्व करना होगा और इसके माध्यम से मुझे न केवल मडोना बल्कि अन्य कलाकारों जैसे केटी पेरी या जेनिफर लोपेज और शकीरा को भी आब्जर्व करने का मौका मिला.
सवाल- डिजाइनर रोहित वर्मा ने एशिया के सबसे बड़े कोलकाता के रेड एरिया पर बेस्ड ड्रेस डिजाइन करते हुए एक फैशन कलेक्शन तैयार किया है. उनके इस सोनागाछी कलेक्शन से 25 प्रतिशत कमाई सेक्स वर्करों की पढ़ाई के लिए दी जाएगी. आप इस कलेक्शन का फेस है. इस के बारे में बताइये ?
जवाब- जब रोहित वर्मा ने इसके लिए मुझे अप्रोच किया और उन्होंने मुझे बताया कि यह प्रोजेक्ट ऐसा है. तो मुझे इतनी खुशी हुई इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने पर कि मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती. मैं इस प्रोजेक्ट फेस बनने पर खुद को खुशनसीब महसूस कर रही हूं. मेरा मानना है कि जब हम उन लोगों की हेल्प नहीं करेंगे तो कौन करेगा हमें सेक्स वर्कर्स की मदद के लिए आगे आना चाहिए. क्या पता हमारे इस कंट्रीब्यूशन से वहां पर कुछ लोग ऐसे हैं जिनका भविष्य बहुत अच्छा हो जाए. हर कोई अपने मन से गरीब नहीं बनता और ना ही हर कोई अपने मन से इस तरह का काम करता है किसी ना किसी की हर कोई मजबूरी रहती है. अगर वह सेक्स वर्कर है तो अगर हमारी एक छोटी सी कोशिश से कोई आगे बढ़ पाए तो यह वाक्य में दिल को खुश कर देने वाली बात होगी. अगर हम इतने सक्षम हैं इस जगह है कि हमारी एक मदद से किसी की जिंदगी सुधर जाए तो क्यों नहीं, हमें मदद के लिए आगे आना चाहिए.
सवाल- इंडस्ट्री में इनसाइडर वर्सेज आउटसाइडर डिबेट पर आपका क्या टेक है..आपका अनुभव बॉलीवुड में कैसा रहा ?
जवाब- मुझे यह डिबेट बैकलेस लगती है यह बहुत नॉर्मल सी बात है कि डॉक्टर का बेटा डॉक्टर ही बनेगा तो एक एक्टर का बेटा एक्टर बने तो इसमें हर्ज क्या है. मेरा अगर बिजनेस होगा और मेरा बच्चा आगे उस बिजनेस को संभाले तो उसने मुझे नहीं लगता किसी को कोई भी दिक्कत होनी चाहिए. मुझे लगता है कि अगर कोई कैपेबल है टैलेंटेड है तो इस तरह की डिबेट के कोई मायने नहीं है. और मैं भी एक आउटसाइडर हूं लेकिन मेरा मानना है कि अगर किसी के अंदर टैलेंट है तो उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता चाहे कुछ भी हो जाए. और अगर एक स्टारकिड होते हुए भी किसी के अंदर टैलेंट नहीं है तो वह आगे नहीं बढ़ सकता है. यह छोटी सी बात लोगों को समझनी होगी.
सवाल- इस फील्ड में आपके रोल मॉ़डल कौन से हैं या किन एक्टर्स का काम आपको सबसे ज्यादा पसंद है ?
जवाब- मैंने अभी तक कोई फिल्म नहीं की है. मैं संजय लीला भंसाली सर के साथ काम करना चाहती हूं उनकी फिल्मों के सेट बहुत खूबसूरत, शानदार और इतने भव्य होते हैं क मेरा बहुत मन है कि मैं उनके साथ काम करूं. और एक्टर की बात करूं तो मैं शाहरुख खान के साथ काम करना चाहते हैं. और हां मैं प्रियंका चोपड़ा के साथ काम करना चाहती हूं उनकी लाइफ बहुत इंस्पायरिंग है उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है. उन्होंने अपने दम पर खुद को बनाया है. और वह जहां भी है वाक्य में वह बहुत काबिले तारीफ है. मैं जिंदगी में ही कोशिश करना चाहूंगी कि हर किसी के अंदर जो बेस्ट चीज है उसको निकाल कर मैं अपने अंदर लाने की कोशिश करती हूं.