फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली के खिलाफ 'गंगूबाई काठियावाड़ी' को लेकर बॉम्बे सिटी सिविल कोर्ट में मामला दायर किया है. वहीं अब फिल्म की लीड एक्ट्रेस आलिया भट्ट, निर्देशक संजय लीला भंसाली और फिल्म के राइटर को मुंबई की मझगांव कोर्ट ने समन जारी किया है. मानहानि के मामले में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट का सामना करना पड़ सकता है पर इन सबके बावजूद फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली अपने अपकमिंग कंट्रोवर्शियल सब्जेक्ट को बनाने से पीछे नहीं हटेंगे. खबर है कि SLB अपने मोस्ट कंट्रोवर्शियल प्रोजेक्ट 'इंशाअल्लाह' पर फिर से काम शुरू करेंगे. फिल्ममेकर ने साल 2019 में इंशाअल्लाह को लेकर मेगा ऐलान किया था.
इस लव स्टोरी में पहले सलमान खान के साथ आलिया भट्ट नज़र आने वाली थीं लेकिन सलमान खान और संजय लीला भंसाली के बीच हुए विवाद के बाद सलमान खान ने यह फिल्म छोड़ दी है. जिसके बाद प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया. इसके बाद संजय ने आलिया के साथ गंगूबाई काठियावाड़ी को बनाया, लेकिन 'इंशाअल्लाह' फिल्ममेकर का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. तो लाजिमी है कि SLB इस प्रोजेक्ट से खुद को अलग नहीं कर पाएंगे. संजय लीला भंसाली अपने इस प्रोजेक्ट को कैंसिल करने के इरादे में नहीं हैं और वो इसके लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं.
'इंशाअल्लाह' को लेकर एसएलबी का सपना एक यंग लड़की और 50 से अधिक आदमी के बीच एक सिंपल, सुंदर, टाइमलेस लव स्टोरी बनाना था. उन्हें सलमान के बाद फिल्म के लिए एक बड़े स्टार की आवश्यकता थी. वहीं खबर है कि इस फिल्म में सलमान खान की जगह किंग खान करने जा रहे हैं. हालांकि शाहरुख और आलिया भट्ट पहले ही डियर जिंदगी में एक साथ काम कर चुके हैं और दोनों को एक साथ देखने का नयापन तो जा चुका है. तो 'गंगूबाई काठियावाड़ी' के बाद संजय लीला भंसाली के लिए नया टास्क फिल्म के लिए हीरो फाइनल करने का होगा.
इस बीच, गंगूबाई काठियावाड़ी के बाद बैजू बावरा को डायरेक्ट करने की भी चर्चा है. यह उनका पहली फुल फ्लेज्ड म्यूजिकल फिल्म होगी.फिल्म में एक दर्जन गाने होंगे. संजय लीला भंसाली को ऐतिहासिक भव्य फिल्में परदे पर प्रस्तुत करते हैं. वहीं इस फिल्म को लेर SLB ने कहा था कि, 'यह फिल्म मेरे करियर की सबसे बड़ी चुनौती है. मैं 1952 में बैजू बावरा में किए गए महान संगीत नौशाद साब के बारे में भी नहीं सोच रहा हूं. उन ऊंचाइयों को मापना असंभव है.' ये फिल्म SLB का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसकी तैयारी फिल्ममेकर काफी चाइम से कर रहे है. बता दें कि, 1952 में भारत भूषण को लेकर बैजू बावरा फिल्म बनी थी जिसे विजय भट्ट ने निर्देशत किया था. फिल्मकार विक्रम भट्ट के विजय भट्ट दादा थे. वहीं इस फिल्म ने रिकॉर्ड तोड़ सफलता हासिल की थी जिसमें संगीतकार नौशाद का अहम योगदान था.