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Mother's Day Exclusive: मां यामिनी दास के एक्टिंग टैलेंट से अनजान थे नमित दास, 54 की उम्र में किये गए डेब्यू पर कहा- 'जिंदगी के अनुभव को कैमरे के सामने वो खूबसूरत तरीके से जी लेती हैं'

'मदर्स डे' के नाम से दुनिया भर में मां के प्यार और ममता का जश्न इस खास दिन के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में अब जब, यह दिन बेहद करीब है, तो क्यों न एक ऐसी मां के बारे में हम उनके बेटे की जुबानी जाने, जिन्होंने अपने जीवन के अनुभव को टैलेंट के रूप में दुनिया के सामने पेश किया है. जी हां, हम बात कर रहे हैं, टैलेंटेड एक्टर नमित दास की मां एक्ट्रेस यामिनी दास की, जिन्होंने  'सुई धागा' फिल्म से 54 साल की उम्र में अपना एक्टिंग डेब्यू कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था. तो चलिए आपको बताते हैं एक्टर ने PeepingMoon को दिए खास इंटरव्यू में अपनी मां के बारे में कौन सी दिल को छू लेने वाली बातें की हैं.

प्र. मां बच्चों के लिए बचपन में एक गुरु की भूमिका निभाती है, लेकिन एक ऐसा मौका आया था जब आपने अपनी मां की डेब्यू के दौरान उनकी मदद की थी?

-- मैंने उनकी तैयारी नहीं कराई, बल्कि एक जनरल व्यू होता है कि मर्दों और औरतों में कौन सबसे बेहतर आर्टिस्ट बन सकता है, तो वह औरतें होती हैं. क्योंकि जिस तरह की चीजों से महिलाएं गुजरती हैं, उन्हें वह एक बेहतर एक्टर के रूप में लेकर आता है. क्योंकि जिस तरह के बदलाव से वह अपने जीवन और अपने शरीर में महसूस करती हैं और जिस तरह से यह सोसाइटी उन्हें देखती है, यह उन्हें एक जीवन मे एक बेहतरीन एक्टर बनता है. वही आदमियों के लिए उनकी जिंदगी एक अलग तरह की होती है, जैसे कि आप पैदा हुए, फिर पढ़ना है, फिर आपको एक जॉब करनी है, फिर शादी होगी आप पर  रिस्पांसिबिलिटीज आएंगी. पुरुषों की अपनी एक अलग कॉम्प्लिकेशंस होती है, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि महिलाओं के मुकाबले बहुत कम होती हैं. महिलाओं में किसी भी चीज को लेकर सेंसिविटी बहुत ज्यादा होती है, वह हर चीज को गहराई से समझ पाती हैं. तो आप कह रही है जैसे कि मैंने उनकी मदद की तो, यह बहुत दूर की बात है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन से बहुत कुछ सीखा है. आपको डायलॉग्स करनी है, यह तो लास्ट की बात है, लेकिन आपको उसमें क्या इमोशन डालना है, किस हद तक जाना है और क्या चीजें उसमें डालनी है, यह 1 मां से ज्यादा आपको कौन बता सकता है. जिंदगी के अनुभव को कैमरे के सामने खूबसूरत तरीके से जी लेती हैं मां. मैंने उन्हें नहीं सिखाया बल्कि जब मैंने उन्हें कैमरे के सामने देखा था, तब मैंने उनसे बहुत सारी चीजें सीखीं थीं.

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प्र. 'सुई धागा' जरूर आपके लिए एक बेहद स्पेशल फ़िल्म होगी ?

 -- हां, यह मूवी मेरे लिए बेहद स्पेशल है.

प्र. सेट पर मां की मौजूदगी से माहौल आपके लिए बेहद अलग हुआ करता होगा?

--  हां, बहुत अलग. मैं काफी प्रैक्टिकल हूं और मुझे पता है कि मुझे इस चीज के लिए पैसा मिल रहे हैं और इसके लिए मुझे प्रोफेशनली काम कर के निकलना है. लेकिन एक मोमेंट ऐसा आया था, जब वह मेरी तरफ देखने लगी थी, मैंने कहा 'मम्मी कैमरा चल रहा है, आपको यहां एक्टिंग करनी है.' यह मेरे लिए एक फनी मोमेंट था. वैसे वो भी सेट पर प्रेक्टिकल रहती हैं. उन्हें भी पता है कि सेट पर एक अलग रिलेशनशिप है और वहां पर हम मां बेटा नहीं कर सकते हैं. हम दोनों एक्टर हैं और इस तरह से बहुत प्रोफेशनल रहते हैं.

प्र. 54 साल की उम्र में क्या आपको अपनी मां की एक्टिंग टैलेंट के बारे मे पहले से पता था?

--मिझे कोई जानकारी नहीं थी. बल्कि उन्हीने मुझे मेरी वाइफ यहां तक कि मेरी पूरी फैमिली को सरप्राइज कर दिया था. ये एक ऐसी कहानी है जिसे हम अपनी आने वाली जनरेशन के साथ शेयर करेंगे. ये मेरे लिए बहुत सरप्राइज करने वाला था, उन्हीने मुझे पूरी तरह से सरप्राइज कर दिया था. मुझे नहीं पता था कि वह कैमरे के सामने ये कर सकती हैं. मैंने कभी इस चीज की उम्मीद नहीं कि थी.

प्र. 'अ सूटेबल बॉय' के लिए अपने अपनी मम्मी द्वरा लिखे गए गाने को गाय और साथ में कंपोज़ भी किया है, ये अनिभाव कैसा था?

-- ये मैं कहूंगा कि हमारे लिए यह एक जाना माना क्षेत्र है. म्यूजिक एक ऐसी चीज है, जिसके बारे में हम बहुत चर्चा करते हैं. मम्मी खुद म्यूजिकल फैमिली से आती हैं और पापा सिंगर रहे हैं, तो म्यूजिक की बातचीत हमारे लिए आम बातचीत की तरह है. जैसे की घर पर खाना क्या बनना है, चलो ये बना लो ठीक वैसे ही घर पर म्यूजिक की बातें होती हैं. मुझे लगता है एक समय के बाद आर्टिस्ट इस फील्ड में अपने लोगो के लिए काम करने लगता है. जैसे कि आज मेरे पापा मेरे पास आते हैं और कहते हैं कि मैंने अच्छा काम किया है, तो मुझे पता है कि वो बहुत ही जानकारी रखने वाली जगह से आ रहा है.तो सूटेबल बॉय के लिए वो गाना हमारी बातचीत का विस्तार है.

प्र: आपके एक्टिंग कैरियर में मां की क्या भूमिका रही है?

-- उनकी बहुत बड़ी भूमिका रहीं है. उन्हीने मुझे कभी फ़ोर्स नहीं किया कि उन्हें कभी नहीं कहा कि तुन्हें एक्टिंग करनी चाहिए या फिर सिंगिंग करनी चाहिए या फिर इंजिनीरिंग. मम्मी ने हमेशा से कहा है कि तुम वो करो जो तुम्हारा दिल कहता है.आज की डेट में भी अगर मैं उठकर बोल दूं कि मम्मी मुझे एक्टिंग नहीं करनी है, तो वो मुझे कुछ नहीं बोलेंगी. मम्मी ने हमेशा ये बात बोली है कि तुम वो करो जो तुम्हारा जी करता है. और जो तुम्हे खुशी देती है चीज. तो वो बहुत बड़ी चीज है और अपने आप में एक बड़ा सुपोर्ट भी.

प्र: इस मदर्स डे आपने किस तरह से सेलिब्रेट करने की प्लानिंग की है?

-- मैं अगर सरप्राइज प्लान कर रहा भी होता तो आपको नहीं बताता. लेकिन इस बार तो प्लान करना कुछ भी मुश्किल है. कोरोना की वजह से हम बाहर नहीं जा सकते, सोर्स ऑफ एंटरटेनमेंट बहुत कम है. शायद इस मदर्स डे हम नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म साथ बैठकर देखे. हमे साथ में फिल्में देखना पसंद है.

प्र: मदर्स डे पर अपने फैन्स के लिए संदेश?

-- संदेश यही है कि बस अपनी मां से प्यार करें. क्योंकि वहीं से आपका जन्म हुआ है और अगर आप उससे प्यार नहीं कर सकते तो अपने आप से प्यार नहीं कर सकते हैं.

 

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