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PeepingMoon Exclusive: 'जिंदा' के सीक्वल के लिए संजय दत्त और संजय गुप्ता ने 14 साल बाद फिर मिलाया हाथ ?

फिल्ममेकर संजय गुप्ता ने साल 1994 में संजय दत्त स्टारर 'आतिश: फील द फायर' के साथ अपने डायरेक्शन की शुरुआत की थी. और तब से उन्होंने संजय दत्त के साथ कई बड़ी हिट फिल्में दी है. दोनों ने  'कांटे', 'ज़िंदा' और 'शूटआउट एट लोखंडवाला' समेत आठ फिल्मों में एक साथ काम किया है. वहीं अब, Peepingmoon.com को पता चला है कि संजय गुप्ता और संजय दत्त 14 साल बाद एक बार फिर साथ काम करने वाले है. फिल्ममेकर संजय गुप्ता और एक्टर संजय दत्त ने साल 2006 में आई एक्शन-थ्रिलर फिल्म 'ज़िंदा' के सीक्वल के लिए हाथ मिलाया है. 

प्रोजेक्ट से जुड़े एक करीबी सूत्र ने हमें बताया है कि, 'संजू गुप्ता काफी समय से संजय गुप्ता के साथ काम करने की योजना बना रहे हैं क्योंकि दोनों की साथ में आखिरी फिल्म साल 2007 में शूटआउट एट लोखंडवाला थी. उसके बाद से दोनों साथ आना चाहते है पर बात नहीं बनीं. वहीं कई आईडियाज पर काम करने के बाद उन्होंने 'ज़िंदा 2' को फाउनल किया. संजय दत्त की कंपनी और संजय गुप्ता के प्रोडेक्शन हाउस व्हाइट फीचर फिल्म्स मिलकर जिंदा के सीक्कल को प्रोड्यूस करेंगा. सीक्वल की कहानी पूरी तरह से अलग होगी और इसका पहले हिस्से से कोई लेना-देना नहीं होगा. ये फिल्म पहले पहले सितंबर 2021 में फ्लोर पर जाने वाली थी, लेकिन अब इसे साल के अंत तक के लिए टाल दिया गया है.'

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वहीं संजय गुप्ता ने जॉन अब्राहम को संजय दत्त के साथ सेकेंड लीड रोल ऑफर किया, पर हमने सुना है कि जॉन अब्राहम ने अभी तक फिल्म के लिए हांमी नहीं भरी है. सूत्र के मुताबिक, 'दूसरे लॉकडाउन के बाद चीजें साफ नहीं हैं. वहीं हमे ये भी पता लगा है कि संजय गुप्ता सेकेंड लीड रोल के लिए पहले अभिषेक बच्चन से कॉन्टेक्ट किया था, लेकिन उन्होंने इस ऑफर के लिए मना कर दिया इसके बाद फिल्ममेकर जॉन अब्राहम के पास गए, पर जॉन के पास बहुत काम होने के चलते स्थिति क्लीयर नहीं है अभी. हालांकि काम प्रगति पर है और संजय गुप्ता शूटिंग को लेकर प्लानिंग कर रहे है.'

संजय गुप्ता की अब तक की सबसे डार्क फिल्म के रूप में याद की जाने वाली, 'ज़िंदा' में ने संजय दत्त, जॉन अब्राहम, लारा दत्ता और सेलिना जेटली लीड रोल में थे. फिल्म की कहानी एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसको बिना किसी कारण के 14 साल के लिए बंद कर दिया गया और फिर अचानक रिलीज़ कर दिया गया, और फिर उसके पास चार दिन बचते है यह पता लगाने के लिए कि उसके साथ ऐसा क्यों किया गया. फिल्म में संजय और जॉन के काम  की काफी तारीफ हुई थी पर फिल्म को क्रिटिक्स की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी. 
 

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