इरफान खान का 54 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. इरफान खान पिछले दो साल से बीमारी से जूझ रहे थे और आखिरकार आज उन्होंने अलविदा कह दिया है. इरफान खान बॉलीवुड के उन सितारों में से हैं जिन्होंने दुनियाभर में अपनी एक्टिंग से धूम मचाकर रख दी और भारतीय सिनेमा को ग्लोबल स्तर पर लेकर गए.
अपनी एक्टिंग से अपनी काबिलियत साबित करनेवाले बेहद शानदार और वर्सेटाईल एक्टर इरफान खान पिछले एक साल से एक बेहद गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे. लंबे समय तक न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से लड़ रहे इरफान पिछले साल ही लंदन में इलाज करवा कर वतन लौटे थे. हालांकि बीते कुछ वक्त में उनमें काफी सुधार आया है और वो बॉलीवुड में दो साल बाद फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम (2020)' से वापसी भी की थी.अब उन्हें कॉलन इन्फेक्शन (Colon infection) की शिकायत पर भर्ती करवाया गया था.
बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक अपने अभिनय की छाप छोड़ने वाले अभिनेता इरफान खान ने हर उम्र के दर्शकों को प्रभावित किया है. इरफान खान का जन्म 7 जनवरी 1967 में जयपुर के एक मुस्लिम पठान परिवार में हुआ था. उनका पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है. उनके पिता टायर का व्यापार करते थे. इरफान खान का शुरुआती दौर संघर्षों से भरा था. जब उनका एनएसडी में प्रवेश हुआ, उन्हीं दिनों उनके पिता की मृत्यु हो गई. इसके बाद इरफान को घर से पैसे मिलने बंद हो गए. एनएसडी से मिलने वाली फेलोशिप के जरिए उन्होंने अपना कोर्स खत्म किया. इरफान खान ने अपनी क्लासमेट सुतापा सिकंदर से 23 फरवरी 1995 को शादी की. इरफान के संघर्ष के दिनों में सुतपा हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं.
इरफान ने मार्च 2018 में खुलासा किया था कि वे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे हैं, जिसका इलाज अमेरिका में चल रहा है. एक्टर इरफान खान ने ट्विटर पर अपनी 'दुर्लभ बीमारी' को लेकर एक बयान जारी किया था. उन्होंने बताया था कि, 'वो एक खतरनाक बीमारी से पीड़ित हैं. इरफान ने ट्वीटर पर लिखा था कि,'अपने संदेश भेजते रहें' ट्वीट में उन्होंने लिखा है- 'जीवन में अनपेक्षित बदलाव आपको आगे बढ़ना सिखाते हैं। मेरे बीते कुछ दिनों का लब्बोलुआब यही है। पता चला है कि मुझे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर हो गया है। इसे स्वीकार कर माना मुश्किल है लेकिन मेरे आसपास जो लोग हैं, उनका प्यार और उनकी दुआओं ने मुझे शक्ति दी है। कुछ उम्मीद भी बंधी है। फिलहाल बीमारी के इलाज के लिए मुझे देश से दूर जाना पड़ रहा है लेकिन मैं चाहूंगा कि आप अपने संदेश भेजते रहें.' अपनी बीमारी के बारे में इरफान ने आगे लिखा है- 'न्यूरो सुनकर लोगों को लगता है कि ये समस्या जरूर सिर से जुड़ी बीमारी होगी लेकिन ऐसा नहीं है. इसके बारे में अधिक जानने के लिए आप गूगल कर सकते हैं जिन लोगों ने मेरे शब्दों की प्रतीक्षा की इंतजार किया कि मैं अपनी बीमारी के बारे में कुछ कहूं उनके लिए मैं कई और कहानियों के साथ जरूर लौटूंगा.'
वहीं हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि, 'यह सफर उतार-चढ़ाव भरा लेकिन यादगार रहा. कई बार अनिश्चितता में ही खुशी के पल भी छुपे होते हैं. हम रोए कम और हंसे ज्यादा। हम साथ में मजबूती से खड़े रहे. मैं उस दौरान काफी एंजाइटी के दौर से गुजरा लेकिन किसी तरह खुद को संभाल लिया और फिर सब वक्त पर छोड़ दिया. मैं पत्नी (सुतापा) के बारे में क्या कहूं? वह हर पल मेरे साथ खड़ी रहीं. उन्होंने मेरा बहुत ख्याल रखा और अब अगर मैं अगर जीना चाहता हूं तो उनके लिए जीना चाहता हूं. उन्हीं की वजह से मैं अब तक मजबूती से डटा रहा. साथ ही इस दौरान मुझे अपने बेटों बाबिल और अयान के साथ खूब सारा वक्त बिताने का मौका मिला। टीनएजर बच्चों के लिए ऐसा समय कठिन होता है लेकिन मैंने इस दौरान उन्हें बढ़ते हुए देखा.'
लंबे समय तक ब्रेन कैंसर से लड़ रहे इरफान पिछले साल ही लंदन में इलाज करवा कर वतन लौटे थे. हालांकि बीते कुछ वक्त में उनमें काफी सुधार आया है पर हाल ही में इरफान को कॉलन इन्फेक्शन (Colon infection) की शिकायत थी.
क्या होता है इस ट्यूमर में?
एनएचएस डॉट यूके के मुताबिक 'न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर' एक दुर्लभ किस्म का ट्यूमर होता है जो शरीर में कई अंगों में भी विकसित हो सकता है. हालांकि मरीजों की संख्या बताती है कि ये ट्यूमर सबसे ज्यादा आंतों में होता है. इसका सबसे शुरुआती असर उन ब्लड सेल्स पर होता है जो खून में हार्मोन छोड़ते हैं। ये बीमारी कई बार बहुत धीमी रफ्तार से बढ़ती है लेकिन हर मामले में ऐसा हो ये जरूरी नहीं है.
क्या होता हैं कोलोन इंफेक्शन
कोलोन की भीतरी परत की सूजन को सामान्य शब्द में कोलाइटिस कहा जाता है, जो हमारी बड़ी आंत है. कोलाइटिस कई तरह के होते हैं, ये इस पर निर्भर करता है कि ये इंफेक्शन, खराब रक्त की आपूर्ति या फिर परजीवियों के वजह से हुआ है। इन सभी में कोलोन में सूजन और जलन पैदा होती है. जब कोलोन में सूजन हो तो पेट में दर्द, डायरिया और मरोड़ जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं. आईबीडी पुरानी बीमारी का एक समूह है जो पाचन तंत्र की सूजन का कारण बनता है. दो मुख्य प्रकार के आईबीडी - क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस. जब कोलोन के एक हिस्से में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, तो यह इस्केमिक कोलाइटिस का कारण बन सकता है.