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क्लासिक और मॉडर्न स्टेप्स की जुगलबंदी में माहिर थीं सरोज ख़ान, चार दशकों तक बॉलीवुड को दिये कई आइकॉनिक डांस नम्बर्स

कोरियोग्राफर सरोज खान ने इस दुनिया से अलविदा कह दिया है. 72 साल की उम्र सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट की वजह से मुंबई के बांद्रा स्थित गुरु नानक अस्पताल में निधन हो गया. सरोज ने अपने चार दशक से ज्यादा लम्बे करियर में कई ऐसे गाने कोरियोग्राफ किये, जिन्होंने कामयाबी की बुलंदियों को छुआ. सरोज ख़ान के काम की लिस्ट बताती है कि वो ख़ुद किसी संस्थान से कम नहीं थीं.

पहली बार सरोज ने साल 1974 में रिलीज हुई फिल्म 'गीता मेरा नाम' के गानों को कोरियोग्राफ किया. उनके करियर में उछाल आया श्री देवी की फिल्म मिस्टर इंडिया में 'हवा हवाई' (1987), नगीना (1986) और 'चांदनी' का 'मेरे हाथों में नौ नौ चूड़ियां हैं' (1989). माधुरी दीक्षित के साथ, 'तेजाब' का 'एक-दो तीन' (1988), इसके बाद फिल्म 'बेटा' के गाने 'धक धक करने करने लगा' से उनका कारीर एकदम ऊपर गया. इस समय तक उनका नाम भारत की बेस्ट और सबसे सफल कोरियोग्राफर के तौर पर उभर चुका था.
 

सरोज ख़ान के डांस में क्लासिक और मॉडर्न स्टेप्स की जुगलबंदी देखने को मिलती थी. सरोज खान की ख़ासियत ये थी कि उन्होंने क्लासिकल से लेकर वेस्टर्न से लेकर गरबा, लावणी, भांगडा सबके रंग अपने कोरियोग्राफ़ किए गानों में डाले. वो भारत के अलग-अलग नृत्यों को अपनी प्रेरणा मानती थीं. सरोज ख़ान अपने नृत्य के लिए तो जानी ही जाती थीं सेट पर वो कड़क अंदाज़ और अनुशासन के लिए भी मशहूर थीं. एक कोरियोग्राफर के तौर पर उनको सबसे अधिक तीन बार नेशनल फिल्म अवार्ड दिया गया है. साल 2003 में रिलीज हुई फिल्म 'देवदास' के सॉन्ग 'डोला रे डोला' के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला. इसके अलावा साल 2006 में आई फिल्म 'श्रृंगारम' के सभी गानों और साल 2008 में आई 'जब वी मेट' के लिए यह इश्क हाए के लिए भी नेशनल अवार्ड मिला.
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सरोज खान ने बॉलीवुड में करीब 4 दशक तक करीब 2000 गानों को कोरियोग्राफ किया था. काम किया. सरोज खान ने 1989 से 1991 तक लगातार 3 साल तक फिल्मफेयर अवार्ड जीतने के बाद हैट्रिक की थी. उन्होंने सबसे ज्यादा 8  फिल्मफेयर बेस्ट कोरियोग्राफर अवार्ड जीतने का रिकॉर्ड भी बनाया हैं. जिसमें साल 2008 में आई फिल्म 'गुरु', साल 2003 में 'देवदास', साल 2000 में 'हम दिल दे चुके सनम', साल 1994 में 'खलनायक', साल 1993 में 'बेटा', साल 1991 में 'सैलाब', साल 1990 में 'चालबाज' और साल 1989 में 'तेज़ाब' के लिए शामिल हैं. 
 

आईये आपको बताते हैं दिग्गज कोरियोग्राफर सरोज खान के कुछ आइकॉनिक सॉन्ग्स

फिल्म- नगिना (1986)
गाना- मैं तेरी दुश्मन, दुश्मन तू मेरा
एक दौर में जब नाग-नागिन पर सबसे ज्यादा फिल्में बना करती थीं उस दौर में फिल्म नगिना का गाना मैं तेरी दुश्मन दुश्मन तू मेरा लोकप्रिय नंबर्स में से एक रहा और आज भी दर्शक उन गानों को याद करते हैं और खासतौर से श्रीदेवी के डांस मूव्स याद किये जाते हैं.

फिल्म- मी. इंडिया (1987)
गाना- काटे नहीं कटते दिन ये रात, हवा हवाई
अनिल कपूर और श्रीदेवी स्टारर फिल्म मिस्टर इंडिया के गाने 'हवा हवाई' और 'काटे नहीं कटते दिन ये रात' ने आते साथ ही लोगों के दिलों में जगह बना ली थी. इस ब्लॉकबस्टर गाने में श्रीदेवी सरोज खान द्वारा दी गई स्टेप्स करते नजर आ रही थी. कई सालों से फिल्मों के गाने कोरियोग्राफ कर रहीं सरोज खान को इसी गाने से फेम हासिल हुआ था.

फिल्म- चांदनी (1989) 
गाना- मेरे हाथों में नौ नौ चूड़ियां हैं 
श्रीदेवी और ऋषि कपूर स्टारर फिल्म 'चांदनी' में हर किसी ने फिल्म के साथ-साथ फिल्म के गानों को भी खूब पसंद किया था जिसका पूरा श्रेय सरोज खान की कोरियोग्राफी और श्रीदेवी को जाता है. श्रीदेवी पर फिल्माया गया गाना, 'मेरे हाथों में नौ नौ चूड़ियां है' आज भी सबकी जुबां पर चढ़ा हुआ है. इस फिल्म के टाइटल सॉन्द 'चांदनी ओ मेरी चांदनी' को भी सरोज खान ने ही कोरियोग्राफ किया था.

फिल्म- थानेदार (1990)
गाना- तम्मा तम्मा लोगे 
'थानेदार' फिल्म के गाने तम्मा तम्मा लोगे में माधुरी दीक्षित और संजय दत्त ने डांस किया था. यह गाना सरोज खान की कोरियोग्राफी के बेस्ट सॉन्ग में से एक है.

फिल्म- बेटा (1991)
गाना- धक-धक करने लगा
धक धक करने लगा (1992)- अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित स्टारर फिल्म 'बेटा' के गाने 'धक-धक करने लगा' में सरोज खान ने अपनी बेहतरीन कोरियोग्राफी का नमूना पेश किया था. ये वही गाना है जिसके बाद माधुरी को धक-धक गर्ल का टाइटल मिला था. 

फिल्म- खलनायक (1993) 
गाना- चोली के पीछे क्या है
सरोज ख़ान ने माधुरी दीक्षित के साथ कई आइकॉनिक गाने दिये, जिनमें से एक ये भी गाना थी. इस गाने में माधुरी दीक्षित के स्टेप्स फ़िल्म का हाइलाइट थे.

फिल्म- अन्जाम (1993)
गाना- चने के खेत में 
सरोज ख़ान ने माधुरी दीक्षित के साथ कई आइकॉनिक गाने दिये. उन्ही में से एक फिल्म का ये गाना 'अठरा बरस की कंवारी कली थी, घूंघट में मुखड़ा छुपके चली थी' था. माधुरी के हिट सॉन्ग में से एक हैं.

फिल्म- तेजाब (1998)
गाना- एक दो तीन....
'तेजा'ब फिल्म का गाना 'एक दो तीन' वही है जिसने माधुरी को एक ही रात में स्टार बना दिया था. इस गाने की सभी स्टेप्स सरोज खान की थीं. गाने के आइकॉनिक स्टेप आज भी हर किसी को थिरकने पर मजबूर कर देते हैं.

फिल्म- हम दिल दे चुके सनम
गाना- निम्बूड़ा निम्बूड़ा निम्बूड़ा निम्बूड़ा 
ये गाना ऐश्वर्या राय पर फिल्माया गया था. इस गाने के बाद से ऐश्वर्या  ने लोगोंके दिलों में अपने डांस के लिए खास जगह बना ली थी.

फिल्म- देवदास (2002)
गाना- डोला रे डोला, मार डाला
सरोज खान को पहली बार बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' के 'डोला रे डोला' की कोरियोग्राफी के लिए पहला नेशनल अवार्ड मिला था. यह गाना माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय बच्चन पर फिल्माया गया था. वहीं इसी फिल्म का सॉन्ग 'मार डाला' में माधुरी की अदा, नजाकद और एक्प्रेशन्स सिर्फ सरोज खान ही ला सकती थीं और उन्होने ऐसा किया थी. ये सरोज खान के बेस्ट डांस नम्बर में से एर है.   

फिल्म- जब वी मेट (2007)
गाना- ये इश्क हाय 
कारीना कपूर खान और शाहिद कपूर की फिल्म 'जब वी मेट' के 'ये इश्क हाय' गाने के लिए सरोज खान को सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी के रूप में तीसरा नेशनल अवार्ड मिला था.

फिल्म- कलंक (2019)
गाना- तबाह हो गए
'धक-धक', 'डोला रे डोला', 'एक दो तीन', 'चोली के पीछ क्या है' जैसे माधुरी के कई हिट गानों को सरोज ख़ान ने ही कोरियोग्राफ किया था. और इत्तेफाक़ देखिए की अपनी जिंदगी की आखिरी कोरियोग्राफी भी उन्होंने माधुरी दीक्षित के लिए ही की. हाल ही में रिलीज़ हुई करण जौहर की फिल्म में 'कलंक' में माधुरी दिक्षित पर एक गाना फिल्माया गया था ‘तबाह हो गए’. ये गाना सरोज खान ने ही कोरियोग्राफ किया था.

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