By  
on  

Birthday Tribute: 'शोले' के 'ठाकुर' से लेकर 'अंगूर' के अशोक तक, दिग्गज एक्टर संजीव कुमार के ये हैं 10 यादगार किरदार

संजीव कुमार का नाम इंडियन सिनेमा के लीजेंड्री एक्टर्स के उन चुनिंदा कलाकारों में से एक हैं जिन्होंने भारतीय सिनेमा को नया आयाम दिया. बेमिसाल, शानदार, संजीदा एक्टर संजीव कुमार का जन्म सूरत में 9 जुलाई 1938 को जेठालाल जरीवाला के एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में हुआ था. उनका असली नाम हरिहर जरीवाला था. फिल्म जगत की चाह उन्हें मायानगरी मुंबई खींच लायी थी. संजीव कुमार बॉलीवुड के ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने अपनी एक्टिंग से हर किरदार चाहे वो सीरियस हो या कॉमेडी हर रोल में जान डाल देते थे. बेहद ही कम उम्र में संजीव कुमार ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. उन्होंने 6 नवंबर 1985 को मात्र 47 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

संजीव कुमार को सबसे ज्यादा लोग फिल्म 'शोले' के ठाकुर के रोल की वजह से जानते हैं. हालांकि सिर्फ इसी फिल्म में नहीं संजीव ने कई बेहतरीन फिल्मों में यादगार किरदार निभाए हैं. जिसमें 'मौसम', 'इतनी सी बात', 'त्रिशूल', 'मनचली', 'अनामिका', 'बीवी ओ बीवी', 'अंगूर', 'पति पत्नी और वो', 'खिलौना', 'अर्जुन पंडित', 'शिकार', 'दस्तक', 'खिलौने', 'कोशिश', 'आंधी', 'पति, पत्नी और वो' जैसी कई मशहूर फिल्में शामिल हैं. तो वहीं चलिए आपको बेमिसाल संजीव कुमार जी के जन्मदिन के मौके पर दिग्गज कलाकाल के 10 10 यादगार किरदारों के बारे में बताते हैं. 

Recommended Read: Tribute: किशोर कुमार के बचपन के किरदार से लेकर सलमान खान के पिता की भूमिका तक, ऐसी है दिग्गज एक्टर जगदीप की जीवन की फिल्मीं कहानी


1- ठाकुर बलदेव सिंह, शोले (1975)
फिल्म के निर्माता जी. पी. सिप्पी और इसके निर्देशक रमेश सिप्पी थे. इस एक्शन-एडवेंचर फिल्म को सलीम-जावेद ने लिखा थी. फिल्म की कहानी में एक गांव रामगढ़ में एक डाकू गब्बर सिंह का आतंक है. रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर ठाकुर बलदेव सिंह गब्बर को पकड़ने का जिम्मा दो चोर जय और वीरू को देते हैं. फिल्म में अपनी एक्टिंग के लिए संजीव कुमार को फिल्मफेयर के लिए नामित किया गया. संजीव कुमार के अलावा अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, और अमजद खान मुख्य भूमिका में थे. 

2-  9 किरदार नया दिन नई रात (1974 )
साल 1974 में रिलीज हुई फिल्म 'नया दिन नई रात' में संजीव कुमार 9 अलग-अलग किरदारों को निभाने के साथ दर्शकों का दिल जीत लिया था.  यह फिल्म तमिल फिल्म नवरात्रि की हिंदी रिमेक थी. फिल्म में संजीव कुमार ने सभी को चौंका दिया था. अपने 9 किरदारों को बहुत ही अदायगी, डायलॉग डिलीवरी से कर के संजीब जी ने दर्शकों का दिल जीत लिया था. 

3- अर्जुन पंडित, अर्जुन पंडित (1976)
इस फिल्म को हृषिकेश मुखर्जी ने निर्देशित किया था. फिल्म में अर्जुन का किरदार संजीव कुमार ने निभाया था. इस फिल्म में संजीव कुमार ने एक पिता का किरदार बेहतरीन तरीके से निभाया था. इसके लिए उन्हें बेस्ट एक्टर के फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया. फिल्म में संजीव कुमार, अशोक कुमार और विनोद मेहरा मुख्य भूमिका में थे. 

4- इंस्पेक्टर राय, शिकार(1968)
ये फिल्म एक मर्डर मिस्ट्री है थी. फिल्म को आत्मा राम ने निर्मित और निर्देशित किया था. फिल्म में संजीव कुमार का किरदार इंस्पेक्टर राय का था. जो हत्या की छानबीन करते हैं और असली गुनहगार को पकड़ते हैं. इस फिल्म में सहायक कलाकार के तौर पर संजीव कुमार को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था. उनके अलावा इस फिल्म में धर्मेंद्र और आशा पारेख मुख्य भूमिका में थे. 

5- हामिद, दस्तक(1970)
यह फिल्म राजिंदर सिंह बेदी के निर्देशन में बनी पहली फिल्म थी. इसके निर्माता और लेखक भी राजिंदर ही थे. फिल्म में संजीव कुमार के किरदार का नाम हामिद है. इस फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया था. फिल्म में संजीव कुमार, रेहाना सुल्तान और अंजू महेंद्रू मुख्य भूमिका में थे. 

6-विजयकमल एस. सिंह, खिलौना (1970)
इस फिल्म के निर्माता एल. वी. प्रसाद और निर्देशक चंदर वोहरा थे. कहानी में दिमागी तौर पर बीमार एक व्यक्ति विजयकमल है. इस फिल्म में एक पागल का बेहतरीन किरदार निभाने के लिए संजीव कुमार को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर के लिए नामित किया गया था. संजीव कुमार के अलावा मुमताज, जितेंद्र और शत्रुघन सिन्हा ने फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी. 

7- हरिचरण माथुर, कोशिश (1972)
फिल्म को गुलजार ने निर्देशित किया था. भारतीय सिनेमा के इतिहास में यह फिल्म एक मील का पत्थर साबित हुई थी. यह फिल्म एक गूंगे और बहरे जोड़े के इस असंवेदनशील समाज में खुद की जगह बनाने के टकराव, दर्द और संघर्ष को बयां किया था. फिल्म में संजीव कुमार ने हरिचरण और आरती माथुर का किरदार जया भादुड़ी ने निभाया था. फिल्म में शानदार किरदार के लिए संजीव कुमार का नाम फिल्मफेयर के लिए नामित किया गया था.  

8- जे. के., आंधी (1975)
इस पोलिटिकल ड्रामा फिल्म के निर्देशक गुलजार थे. फिल्म की कहानी में एक होटल का मैनेजर और एक एक राजनीतिज्ञ की बेटी एक-दूसरे से प्यार करने लगते हैं और शादी कर लेते हैं. कुछ कारणों से वह फिर अलग हो जाते हैं. कुछ सालों बाद वे फिर मिलते हैं और अपने रिश्ते को एक और मौका देने का फैसला करते हैं. फिल्म में जे.के. के किरदार के रूप में संजीव कुमार ने बेहतरीन अभिनय का किया था. इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था. 

9-  मिर्ज़ा शतरंज का खिलाड़ी (1977)
सत्यजित राय की इस फिल्म में संजीव कुमार ने मिर्ज़ा की भुमिका निभाई थी. संजीव कुमार के बिना इस फिल्म में किसी और को सोचा भी नहीं जा सकता. फिल्म में संजीव ने इकदम नफ़ीस उर्दू बोली और चरित्र को एक गहन, परिष्कृत शोखी और प्रमाणिकता प्रदान की. मिर्ज़ा को दोस्त मीर (सईद जाफरी) के रूप में एर संगी मिल जाता है। दोनों का मानना है कि शतरंज खेलने से बढ़कर जीवन की कोई उपयोगिता नहीं है. इसी सोच के साथ वे सिर्फ शतरंज खेलते रह जाते हैं और अंग्रेज भारत को अपने कब्जे में लेते जाते हैं. 

10- रंजीत चड्ढा, पति, पत्नी और वो(1978)
इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म को बीआर चोपड़ा ने निर्देशित और निर्मित किया था. फिल्म शादी के बाद किसी और के संबंध होने पर आधारित थी. संजीव कुमार ने रंजीत के रूप में दर्शकों को खूब हंसाया। इसके लिए संजीव को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर के लिए नामित किया गया. फिल्म के मुख्य किरदारों में संजीव कुमार के साथ विद्या सिन्हा और रंजीता कौर हैं. इसी फिल्म की रिमेक इसी नाम से साल 2019 में रिलीज हुई थी. जिसमें कार्तिक आर्यन, भुमि पेडनेकर, अन्नया पांडे लीड रोल में थे.

Author

Recommended

PeepingMoon Exclusive