बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार बुधवार को 98 साल की उम्र में सभी को नम आंखों के साथ पीछे छोड़ दिए. उनका निधन देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मौजूद उनके फैंस के लिए किसी सदमे से कम नहीं है. बता दें कि वह पिछले कुछ दिनों से बिगड़ी तबीयत की वजह से अस्पताल आते जाते रहे थे, पिछले महीने ही उन्हें दो बार मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ दिनों पहले, सायरा बानो ने फैंस को आश्वासन दिया था कि उनकी तबीयत ठीक है. हालांकि, लाख कोशिशों के बावजूद 7 जुलाई को दिलीप कुमार ने सभी को अलविदा कह दिया. ये कहना गलत नहीं होगा कि सिनेमा के एक युग का अंत हो चूका है.
दिलीप कुमार के 5 दशक से अधिक लंबे के अलावा, बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री मधुबाला के साथ उनकी दुखद प्रेम कहानी के बारे में हर कोई जानता है. हालांकि, अभी भी उनके जीवन के कुछ ऐसे पहलूं हैं, जिन्हे उनके फैंस नहीं जानते हैं. तो चलिए हम आपको उनके बारे में कुछ Unknown facts बताते हैं, जो आपको महान अभिनेता दिलीप कुमार को जानने में मदद करेंगे:
- कम ही लोग जानते हैं, दिलीप ने अपने पिता के साथ बहस के बाद कम उम्र में घर मुंबई वाले घर को छोड़ दिया था. वह कुछ समय पुणे में रहे और आर्मी क्लब में सैंडविच स्टॉल लगाया और करीब 5000 रुपये बचाकर दिलीप अपने घर लौट आए.
- वह एक फल व्यापारी के बेटे थे, जिसके पास नासिक के पास देवलाली और पेशावर, पाकिस्तान में बाग थे.
- एक अभिनेता के रूप में शुरुआत करने से पहले, दिलीप कुमार 1942 में एक स्क्रिप्ट राइटर के रूप में बॉम्बे टॉकीज में काम करते थे, क्योंकि उन्हें उर्दू भाषा का अच्छा ज्ञान था. अभिनेता को महीने के 1,250 रुपये की मोटी राशि बतौर फीस मिला करती थी.
- हालांकि अभिनेता ने 1940 के दशक में कुछ बड़ी हिट फिल्में दी थीं, उन्हें बाबुल, 'देवदास,' 'हलचल', 'याहुदी,' 'दाग,' 'सैराट,' 'नया दौर,' और 'दीदार' से पॉपुलैरिटी मिली थी.
- वह 1954 में अपनी फिल्म दाग के लिए पहला फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार जीतने वाले पहले अभिनेता थे.
- कुमार ने 1955, 1956 और 1957 में लगातार तीन फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड बनाया था. हिंदी सिनेमा के इतिहास में किसी अन्य अभिनेता ने ऐसी उपलब्धि हासिल नहीं की है.
- वह अपने समय के इकलौते ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने किसी फिल्म में ट्रिपल रोल निभाया था.
- अभिनेता का असली नाम दिलीप कुमार नहीं बल्कि मोहम्मद यूसुफ खान है. प्रख्यात हिंदी लेखक भगवती चरण वर्मा ने उन्हें स्क्रीन नाम दिलीप कुमार दिया था.