ब्रिटेन की रॉयल फैमिली की मुखिया एलिज़ाबेथ की पति और ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप का 99 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन से पूरे ब्रिटेन में शोक की लहर है. कल सुबह विंडसर कैसल में उन्होंने आखिरी सांस ली.
प्रिंस फिलिप के निधन के बाद सभी बड़ी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज झुका दिया गया है. वह लंबे समय से बीमार थे इसलिए 2017 में शाही समारोहों से खुद को दूर रखने का ऐलान किया था और तब से सार्वजनिक रूप से कम ही नजर आते थे.दस जून को प्रिंस फिलिप का 100 वां जन्मदिन मनाया जाता. उनका जन्म 10 जून 1921 को कोर्फू (Corfu) के ग्रीक द्वीप पर हुआ था.
उनके पिता ग्रीस और डेनमार्क के प्रिंस ऐंड्रू थे जो हेलेनीस के किंग जॉर्ज I के छोटे बेटे थे. उनकी मां प्रिंसेज ऐलिस लॉर्ड लूइस माउंटबेटन की बेटी और क्वीन विक्टोरिया की परपोती थीं. दो महीने पहले फरवरी में प्रिंस फिलिप को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां उनका संक्रमण और हृदय संबंधी रोग का इलाज किया गया. बाद में मार्च के महीने में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप (99) को अस्पताल से छुट्टी मिली थी.
प्रिंस हैरी और मेघन मर्केल ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी. कपल ने कहा, 'आपकी सेवा के लिए धन्यवाद.आपकी बहुत याद आएगी.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रिंस फिलिप के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'द प्रिंस फिलिप के निधन पर मेरे विचार ब्रिटिश लोगों और शाही परिवार के साथ हैं. उनका सैन्य में विशिष्ट करियर था और कई सामुदायिक सेवा पहलों में वे सबसे आगे थे. उनकी आत्मा को शांति मिले.'