लॉकडाउन के दौरान अपने काम के लिए हर तरफ वाहवाही लूटने वाले सोनू सूद को लोग मसीहा मानते हैं. पर वही अब बड़े पर्दे पर दूसरे एक्टर्स भी सोनू सूद को पीटने से इंकार कर रहे है. सितारों को अब डर ये है कि वह सोनू सूद को पर्दे पर पीटेंगे तो उनकी अपनी ब्रांडिंग खराब हो सकती है. लॉकडाउन के बाद रियल लाइफ के हीरो बन चुके सोनू सूद को अब फिल्ममेकर उन्हें लीड रोल के लिए ऑफर कर रहे हैं. इसके अलावा कई फिल्ममेकर उनकी वर्तमान छवि को देखते हुए फिल्मों की स्क्रिप्ट तक चेंज कर दे रहे हैं. वहीं तेलंगाना में अभिनेता सोनू सूद के सम्मान में एक मंदिर बनाया गया. मंदिर सिद्दीपेट के डब्बा टांडा गांव में बनाया गया. इस बीच स्थानीय लोगों को सोनू सूद की 'आरती' करते देखा गया. उन्होंने मंदिर में 'जय हो सोनू सूद' के नारे भी लगाए.
तेलुगु फिल्म 'आचार्य' के एक्शन सीन में चिरंजीवी ने सोनू सूद को पीटने से किया इनकार
सूद ने अपनी आने वाली तेलुगु फिल्म आचार्य की शूटिंग के बारे में अनुभव शेयर किया. इस फिल्म का अनुभव अपने फैंस के साथ शेयर करते हुए सोनू सूद ने बताया कि, 'जब हम तेलुगू फिल्म 'आचार्य' की शूटिंग के दौरान हम ऐक्शन सीक्वेंस कर रहे थे तब साउथ के फेमस हीरो चिरंजीवी जो इस फिल्म में मुख्य भूमिका में है ने मुझसे कहा कि फिल्म में तुम्हारा होना दिक्कत की बात है क्योंकि मैं तुम्हें ऐक्शन सीन में मार नहीं सकता. सोनू सूद से चिरंजीवी ने आगे कहा कि अगर उन्होंने ऐसा किया तो लोग उन्हें कोसेंगे और गालियां देंगे.' सोनू ने शुक्रवार को 'वी द वीमेन' के वर्चुअल सेशन में बताया कि उन्होंने मेरे फैंस से डर कर फिल्म की सीन में मुझे पीटने से इनकार कर दिया. सोनू सूद ने बताया कि इसी फिल्म में एक और सीन था जिसमें चिंरजीवी ने मेरे ऊपर पैर रखा था जिसे बदल कर फिर से शूट किया हैं.
तेलंगाना में लोगों ने बनवाया सोनू सूद के नाम का मंदिर, लॉकडाउन में मदद के लिए जताया आभार
कोविड-19 की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान, सोनू सूद ने कई प्रवासी श्रमिकों की मदद की थी. सोनू सूद ने विभिन्न राज्यों में प्रवासियों को उनके गृहनगर पहुंचने में काफी मदद की. उन्हें व्यक्तिगत तौर पर प्रवासी कामगारों को बसों में ले जाते देखा गया. सोनू सूद के इस काम के लिए कई दिनों तक उनकी प्रशंसा की गई. वहीं एक्टर का आभार जताते हुए तेलंगाना में अभिनेता सोनू सूद के सम्मान में एक मंदिर बनाया गया. मंदिर सिद्दीपेट के डब्बा टांडा गांव में बनाया गया. इस बीच स्थानीय लोगों को सोनू सूद की 'आरती' करते देखा गया. उन्होंने मंदिर में 'जय हो सोनू सूद' के नारे भी लगाए. मंदिर का निर्माण लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद के लोगों की मदद करने के बाद किया गया.
(Source: we the women)