हालिया फिल्म 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' में एलजीबीटीक्यू समुदाय की पक्षधरता के लिए प्रशंसा बटोर रहीं सोनम कपूर आहूजा के पिता व अभिनेता अनिल कपूर ने कहा कि वह (सोनम) अपने फिल्मी करियर में चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं का चयन कर रहीं हैं. इस फिल्म में अनिल ने सोनम के पिता की भूमिका निभाई है.
अनिल कपूर ने कहा, 'वह इस तरह की चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं का चयन कर रही हैं. 'नीरजा' एक ऐसी फिल्म थी, जिसने कई अवधारणाएं तोड़ीं. इस फिल्म ने सोनम को एक अभिनेत्री के रुप में खुद को साबित करने का मौका दिया। मैं सोनम में विश्वास करने के लिए निर्देशक राम माधवनी का शुक्रिया अदा करता हूं.'
उन्होंने कहा, 'अब मैं ऐसा महसूस करता हूं कि 'एक लड़की को देखा..' ने सोनम को एक और अवसर दिया है, जिसकी वह हकदार है. वह कभी भी अति नाटकीय नहीं रही क्योंकि उसने अपने फर्स्ट हैंड एक्सपीरियंस के जरिए खुद को वास्तविक लोगों और परिस्थितियों से जोड़ा। उसने काफी पढ़ा और यात्राएं कीं. उसने 'एक लड़की को देखा..' में अपने किरदार से कनेक्ट किया और किरदार के भावनाओं को काफी सहज अदा के साथ जाहिर किया.'
अनिल के अनुसार, एक अभिनेता के लिए जरूरी है कि वह जोखिम भरे किरदार चुने और वह खुश हैं कि सोनम ने इस फिल्म में लेस्बियन का किरदार निभाया है.
सोनम के साथ स्क्रीन शेयर करने का अनुभव कैसा रहा, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'खूबसूरत पटकथा के अलावा, वही मुख्य वजह थी यह फिल्म करने की। हमने सही फिल्म में एकसाथ काम करने का इंतजार किया था। मैं उसके समर्पण से काफी खुश हूं.'अनिल ने इसे साथ ही सोनम को लेकर निर्देशन करने की भी इच्छा जताई.
उन्होंने कहा, 'अगर मैं कभी फिल्म का निर्देशन करूंगा तो वह इसलिए करूंगा कि मैं अपनी बेटी को लेकर निर्देशन कर सकूं। हां, निर्देशक के तौर पर मेरी फिल्म में सोनम होगी और कोई नहीं.'