टीवी एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. मुनमुन पर विशेष जाति पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है. मुनमुन दत्ता के खिलाफ मंगलवार शाम को एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर दिया गया है. इतना ही नहीं मुनमुन के खिलाफ दलित समाज के लोगों ने प्रदर्शन भी किया था. इससे पहले भी 14 मई को एफआईआर दर्ज कराई गई थी. ये कार्रवाई वीडियो में जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने की वजह से हुई है.
मुनमुन दत्ता के खिलाफ दलित नेता मनोज परमार ने शिकायत दर्ज कराई है. डीएसपी भंवर सिंह सिसोदिया ने इस बात की पुष्टि की है. साथ ही बताया कि एससी-एसटी एक्ट के तहत जांच की जाएगी.
दरअसल ये पूरा मामला मुनमुन दत्ता के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए उस वीडियो से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने एक जाति सूचक शब्द का आपत्तिजनक तरीके से इस्तेमाल किया था. पुलिस के पास जो शिकायत दी गई, उसमें कहा गया है कि मुनमुन दत्ता का वीडियो वल्गर सोसायटी नाम के यूट्यूब चैनल पर डाला गया था, जिसमें वह कहती हैं, 'यूट्यूब पर आना है और इसके लिए अच्छा दिखना चाहती हूं. उन (आपत्तिजनक जाति सूचक शब्द) जैसा नहीं दिखना चाहती.' आरोप है कि इस तरह मुनमुन दत्ता ने अनुसूचित जाति समाज के खिलाफ एक अपमानजनक टिप्पणी की है.
वही मामले को बढ़ता देख एक्ट्रेस ने बाद में वीडियो अपने सोशल मीडिया से हटा दिया था. और सोशल मीडिया पर सफाई देते हुए एक पोस्ट अपलोड की थी. जिसमें लिखा था कि, ''यह एक वीडियो के संदर्भ में है जिसे मैंने कल पोस्ट किया था। जहां मेरे द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द का गलत अर्थ लगाया गया है. यह अपमान, धमकी, या किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से कभी नहीं कहा गया था. भाषा की सीमित जानकारी के कारण, मुझे उस शब्द के अर्थ के बारे में गलत जानकारी थी.'
अपने पोस्ट में मुनमुन ने आगे लिखा था कि, 'एक बार जब मुझे इसके अर्थ से अवगत कराया गया तो मैंने तुरंत वह भाग को निकाल दिया. मेरा हर जाति, पंथ या लिंग से हर एक व्यक्ति के लिए अत्यंत सम्मान है और हमारे समाज या राष्ट्र में उनके अपार योगदान को मैं स्वीकार करती हु. मैं ईमानदारी से हर एक व्यक्ति से माफी मांगना चाहती हूं जो शब्द के उपयोग से अनजाने में आहत हुए हैं और मुझे उस के लिए खेद है.'