नीतीश भारद्वाज बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' में भगवान कृष्ण और फिर 'विष्णु पुराण' में भगवान विष्णु के अवतार के रूप में अपनी भूमिका के साथ 80-90 के दशक में एक घरेलू नाम बन गए थे. इतना ही नहीं उनका चेहरा भगवान कृष्ण का पर्याय बन गया और फैंस ने उन्हें हिंदू भगवान के रूप में पसंद करना शुरू कर दिया. ऐसे में अब कोरोनावायरस जैसी महामारी के बीच उनके सभी शोज को फिर से री-रन किया जा रहा है, जिसे आज के ज़माने के दर्शक भी खूब पसंद कर रहे हैं. इसी बीच एक्टर ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए एक पोर्टल से बातचीत में बताया है कि 'महाभारत' की को-स्टार रूपा गांगुली उन्हें एक बार पहचान नहीं पाई थीं, इतना ही नहीं ऐसा ही कुछ हेमा मालिनी के साथ भी हुआ था.
एक्टर कहते हैं, "मुझे एक पल याद है, जब भगवान परशुराम के सीन्स की शूटिंग हो रही थी और वे एपिसोड अभी तक ऑन एयर नहीं हुए थे, मैं विष्णु पुराण के सेट पर अपने अवतार में बैठा था. रूपा गांगुली, जो उस समय बंगाली सिनेमा में अपना करियर शुरू कर रही थीं, वह तब मुंबई में मुझसे और रवि चोपड़ा से मिलने आईं थीं."
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नीतीश ने आगे कहा, "वह मेरी बगल में बैठी हुई थीं, मेरी मौजूदगी से अनजान. मैंने जानबूझ कर उनसे बात नहीं की. जिसके सिर्फ 30 मिनट बाद उन्होंने रवि चोपड़ा से मेरे बारे में पूछा, जब उन्हें एहसास हुआ कि वह इतनी देर से मेरे बगल में बैठी हुईं थीं, तब उन्हें इस चीज ने आश्चर्यचकित कर दिया."
नीतीश ने बताया कि वह एक फ्लाइट में हेमा मालिनी के साथ थे. हेमा मालिनी परशुराम के किरदार के बारे में बात कर रही थीं. उन्हें आश्चर्य हो रहा था कि रवि चोपड़ा परशुराम के किरदार के लिए कैसे वैसा ही ऐक्टर ढूंढने में कामयाब रहे, जिसकी आंखें नीतीश भारद्वाज से मिलती-जुलती हैं. हेमा मालिनी पहचान ही नहीं पाईं कि वह नीतीश भारद्वाज ही हैं जिन्होंने परशुराम का रोल किया है." हालांकि आगे सच न बताते हुए एक्टर ने हेमा मालिनी से कहा कि "रवि जी ने परशुराम के किरदार के लिए 50-60 ऐक्टरों का ऑडिशन किया था. इस घटना के करीब एक हफ्ते बाद ही हेमा मालिनी को पता चला कि परशुराम का किरदार नीतीश भारद्वाज ने निभाया और फिर उन्होंने नीतीश को फोन करने मजाकिया लहजे में ताना मारा."
(Source: DNA)