#Metoo मूवेमेंट ने कई महिलओं को हिम्मत दी कि वो आगे आकर अपने साथ हुए यौन शोषण के खिलाफ बोले. इसी में एक है कलर्स टीवी के सीरियल 'उड़ान सपनों की' की एक्टर हेलेन फोन्सेका. हेलेन फोन्सेका ने साल 2015 में हुए हादसे को याद करते हुए बताया कि शो के मेन एक्टर्स में से एक साई बलाल ने उन्हें सेक्सुअली ह्रास करने के साथ अश्लील वीडियोज और टेक्ट भेजे थे.
हाल ही हेलेन फोन्सेका ने बताया कि जब वो इस मामले में मदद के लिए गुरुदेव भल्ला की पत्नी के पास गई तो उन्होंने उन्हें वापस भल्ला के पास भेज दिया, "गुरुदेव हम दोनों से बात कर सकते थे, लेकिन उन्होंने बस संदेश दिया कि आप दोनों एडल्ट्स हैं. अगर आप इसे आगे बढ़ाना चाहती हैं, तो गवर्निंग बॉडीज से बात करें. इसके बाद, मेकर्स ने मुझे शाम तक कॉल टाइम देने के लिए कहा. मैं इंतजार कर रही थाी और फिर रात में बताया कि 'क्षमा करें, हम आज आपके साथ शूटिंग नहीं कर रहे हैं. ये चार दिनों तक चलता रहा. फिर उन्होंने मेरे साथ डर्टी गेम खेलना शुरू कर दिया और मुझे शो से बाहर निकालने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने एक दूसरी एक्टर को मेरी भूमिका दे दी. जब मैंने सवाल किया, तो भरत चौकसी [क्रिएटिव हेड] और प्रोडक्शन हेड अभिषेक अग्रवाल ने पूरी कास्ट और क्रू के सामने मेरा अपमान किया."
इसके साथ ही जब हेलेन फोन्सेका सिने और टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन यानी सिन्टा के पास पहुंची, जिसका नेतृत्व तब गजेंद्र चौहान कर रहे थे तो सिंटा से भी उन्हें मदद नहीं मिली जिसके बाद उन्हें शो छोड़ना पड़ा. हेलेन फोन्सेका कहती हैं, "मैंने शूट से सिंटा को कॉल किया जिसने मुझे अपने हिस्से की शूट पूरा करने के लिया कहा था. मैंने उनसे हस्तक्षेप करने की उम्मीद की थी." उनहोंने आगे कहा कि मेरे शो छोड़ने के बाद शो के मेकर्स ने साई बलाला के साथ डेढ़ साल तक काम किया.
बता दें, साल 2015 में हेलेन ने को-एक्टर साई बलाल के खिलाफ पुलिस कंप्लेंट फाइल की थी लेकिन उन्हें उसी दिन बेल मिल गई. "ये एक गैर जमानती अपराध था लेकिन उसे उस दिन जमानत मिली."
इतना ही नहीं हेलेन फोन्सेका ने कोर्ट के भी चक्कर काटे ताकी उनके साथ इंसाफ हो सके लेकिन कुछ हासिल नही हुआ, "मामला केवल खींचा जा रहा है. मैं जानना चाहती हूं कि मुझे न्याय कब मिलेगा. मुझे सिंटा में विश्वास था. लेकिन ये दुख की बात है कि किसी ने भी बैठक नही बुलाई. मैंने सुप्रीम कोर्ट को एक पत्र लिखा [अगस्त में 2017]. मुझे सिंटा में और मेरे निर्देशक और निर्माता पर विश्वास था. मैंने सोचा कि वे न्याय पाने में मेरी मदद करेंगे. लेकिन दुख की बात है कि (सिंटा से) किसी ने भी हमें बैठक के लिए बुलाया नहीं. "