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FIR के बाद मुंबई पुलिस ने की कॉमेडियन सुनील पाल से पूछताछ, डॉक्टर्स पर की थी अपमानजनक टिप्पणी

कोरोना टाइम में लोगों की मदद करने में जुटे डॉक्टर्स के खिलाफ आपत्तिजक टिप्पणी के मामले में गुरूवार को मुंबई पुलिस ने कॉमेडियन सुनील पाल से दो घंटे पूछताछ की. इस मामले में डॉक्टरों के संगठन की ओर से पाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. कोर्ट के निर्देश के बाद सुनील पाल बयान दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंचे थे. पुलिस द्वारा समन भेजने के बाद सुनील पाल ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था. जिसके बाद अदालत ने उन्हें 27 मई को पुलिस स्टेशन जाकर बयान दर्ज कराने को कहा था. 

एसोसिएशन ऑफ मेडिकल कन्सलटेंट्स की प्रमुख डॉ. सुष्मिता भटनागर की शिकायत के आधार पर मुंबई के अंधेरी पुलिस स्टेशन में सुनील पाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज़ की गयी है. शिकायत के मुताबिक, पाल ने वीडियो में डॉक्टरों के ख़िलाफ़ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की थी. जिसके आधार पर पुलिस ने पाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 505(2), 500 के तहत मानहानि का मामला दर्ज किया है. इस मामले में कई डॉक्टर्स ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था. 

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हालांकि, विवाद बढ़ते देख सुनील ने सोशल मीडिया के ज़रिए अपने बयानबाज़ी के लिए माफ़ी भी मांगी थी. सुनील ने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, 'जैसा कि आप जानते हैं कि अंधेरी पुलिस स्टेशन में मेरे ख़िलाफ़ एक एफआईआर दर्ज हुई है. मेडिकल से जुड़े लोगों का कहना है कि मैंने उनके लिए, डॉक्टर्स की टीम के लिए कुछ भला-बुरा कहा है, लेकन मैंने ये बातें सबके लिए नहीं कही थीं. आजू-बाजू के वातावरण को देखते हुए मैंने ये बातें कहीं थीं. आज भी मेरी नज़र में डॉक्टर भगवान का रूप हैं. कहीं कोई गड़बड़ होती है तो पेशा बदनाम होता है. मेरा दिल अभी भी कहता है कि कोई ग़लती हुई हो या किसी का दिल दुखा हो तो मैं माफ़ी मांगता हूं. आप सब जियो हज़ारों साल. एक बार फिर मैं दिल से माफ़ी मांगता हूं, आई एम रियली रियली सॉरी.'

 

सुनील पाल ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड एक वीडियो में डॉक्टरों पर कोविड संकट की आड़ में मानव तस्करी का आरोप लगाया था. सुनील ने जारी वीडियो में कहा था कि, 'डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं, लेकिन 90 प्रतिशत डॉक्टरों ने बुरा स्वरूप ले लिया है और वे ढोंगी होते हैं. गरीब लोगों को कोविड के नाम पर पूरे दिन डराया जा रहा है, उन्हें यह कह कर अपमानित और प्रताड़ित किया जा रहा है कि कोई बिस्तर, प्लाज्मा, दवा नहीं है, ये नहीं है वो नहीं है.'
(Source: Twitter)

 

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