By  
on  

'मुझे कंटेस्टेंट की तारीफ करने के लिए कहा गया था, मैं ये सब नहीं कर सकीं इसलिए मुझे शो छोड़ना पड़ा' : 'इंडियन आइडल' की एक्स जज सुनिधि चौहान

सिंगिंग रिएलिटी शो 'इंडियन आइडल' का सीजन 12 की विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहे है. पहले किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार ने शो के लेकर चौकाने वाला खुलासा किया था. उन्होनें कहा था कि चाहे किसी की कोई भी राय हो शो के प्रोड्यूसर्स ने उन्हें कंटेस्टेंट्स की तारीफ करने के लिए कहा था. और फिर इसके बाद शो के सीजन 1 के विनर अभिजीत सावंत ने शो को लेकर बयान दिया. वहीं अब शो की जज रह चुकीं सिंगर सुनिधि चौहान ने भी शो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. सुनिधी एक वक्त पर इस शो की जज थीं लेकिन बाद में उन्होंने ये सिंगिंग रिएलिटी शो छोड़ दिया. शो से जुड़े विवादों पर बात करते हुए अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में सुनिधी ने बताया है कि उन्होंने 'इंडियन आइडल' क्यों छोड़ दिया है ? साथ ही ने सुनिधी ने बताया कि उनसे कंटेस्टेंट की तारीफ करने के लिए कहा गया था.

एक लीडिंग वेबसाइट से बात करते हुए सुनिधि चौहान ने कहा कि, 'हमने नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया और विशाल ददलानी को कंटेस्टेंट्स को सही करते हुए नहीं सुना, उन्हें सकारात्मक आलोचना के साथ जज करना तो छोड़ ही दीजिए. हमें अमित कुमार के उस इंटरव्यू को नहीं भूलना चाहिए जिसमें उन्होने खुले तौर पर कहा था कैमरों पर जाने से पहले उन्हें निर्देश दिया गया था कि हर कंटेस्टेंट की तारीफ करनी है. क्या इरादा है? क्या इंडियन आइडल के मेकर्स सिर्फ शो को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं? सुनिधि चौहान ने तर्क दिया कि बहुत ज्यादा कंपटीशन है. मुझे लगता है कि यह लोगों का ध्यान खींचने के लिए किया जाता है. मुझे लगता है कि यह अपने दर्शकों को बांधे रखने के लिए किया जाता है. शायद यह काम करता हो.'

MNS की धमकी के बाद इंडियन आइडल के होस्ट आदित्य नारायण ने 'अलीबाग' कमेंट पर मांगी माफी, कहा- 'दिल दुखाने का इरादा नहीं था'

रिएलिटी शो के बारे में बात करते हुए सुनिधि चौहान ने कहा कि इस तरह के प्लेटफॉर्म म्यूजिक के शौकीन लोगों के लिए एक बड़ा टिकट बन गए हैं. लेकिन इसमें आर्टिस्ट का ही नुकसान होता है. कंटेस्टेंट को अपनी कहानियों के कारण रातोंरात तारीफ और पहचान मिलती है जो एवी के जरिए सामने आती है और अच्छा करने की कोशिश की उनकी भूख कम हो जाती है. हां, उनमें से कुछ अभी भी कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन तुरंत का फेम उन्हें मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभावित करता है. यह बहुत जल्द ज्यादा पाने का एक साधारण मामला है. इसमें कंटेस्टेंट की गलती नही है, यह सिर्फ इसलिए है क्योंकि सारे खेल का नाम टीआरपी है.'


सुनिधि चौहान के आगे कहा कि, 'मैंने 'दिल है हिंदुस्तानी', 'द वॉयस' और 'इंडियन आइडल' किया. मैं तब सच बोल सकती थी. आज भी मैं वही कहना चाहूंगी जौ मैं सच में महसूस करती हूं. यह उन पर निर्भर करता है कि वे मुझे रखना चाहते हैं या नहीं.' सुनिधि ने ये भी कहा कि रियल टैलंट के लिए उन्हें बुरा लगता है. उन्होंने कहा कि उनके गानों को कभी-कभी सिद्ध किया जाता है. क्या कंटेस्टेंट एक टेक में नहीं गाते हैं? सिंगर ने बताया कि वे गाते हैं. लेकिन कुछ सिंगर के गाने/रिकॉर्डिंग में कभी-कभी खराबी आ जाती है, जिसे बाद में नैशनल टेलिविजन पर शो के टेलिकास्ट से पहले ठीक कर लिया जाता है.

Author

Recommended

PeepingMoon Exclusive