बी-टाउन के गलियारों में अक्सर यह चर्चा होती है कि बॉलीवुड एक पुरुष-प्रधान इंडस्ट्री है. लेकिन फिल्ममेकर और कोरियोग्राफर फराह खान इस बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं. उन्हीने एक बुक 'No Regrets: The Guilt-Free Woman's Guide To A Good Life' के लॉन्च के दौरान बात करते हुए इस बात का खंडन किया और साथ ही इस विषय पर अपना नजरिया भी शेयर किया जो कि बेहद दिलचस्प है.
फराह मानना है कि वह कहती हैं कि यह इंडस्ट्री पैसे पर चलती है. फराह ने कहा, 'यह इंडस्ट्री उन लोगों के लिए है जो अधिक से अधिक पैसा लाते हैं'.
अपनी बात को रेखांकित करते हुए उन्होंने आगे कहा, 'आपको इसके लिए देश के बाकी हिस्सों को भी जिम्मेदार ठहराना होगा, क्योंकि कौन फिल्मों का संरक्षण करता है, ये इंडस्ट्री नहीं है. देश और लोग हैं जो फिल्मों को देखना चाहते हैं. इसलिए जो भी सबसे ज्यादा पैसा लाएगा वही होगा सबसे बड़ा सुपरस्टार. जब महिलाएं बड़ी रकम लाना शुरू कर देंगी तो वे भी सुपरस्टार होंगी. ये एक बिजनेस मॉडल है. मुझे लगता है कि कुछ जगहों पर महिलाएं इंडस्ट्री पर शासन कर सकती हैं. पिछले 30 सालों में काफी कुछ बदल गया है'.
फराह अक्सर इंडस्ट्री के कई चर्चित मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करती हैं. फराह ने साल 2004 में फिल्म 'मैं हूं ना' के साथ निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था. इसके बाद उन्होंने को 'ओम शांति ओम', 'तीस मार खान' और 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी फिल्में भी पेश की हैं.
(Source: Bombay Times)