सुपरस्टार अक्षय कुमार ने Network18 पहल मिशन पाणि वाटरथन की मेजबानी करते हुए, 21 किलोमीटर से अधिक के लिए ट्रेडमिल पर चलने का फैसला किया क्योंकि वह उन महिलाओं की दुर्दशा को समझना चाहते थे जो लंबी दूरी के स्रोतों से पानी लाती हैं. उन्होंने कहा कि हाफ मैराथन के लिए दौड़ते समय, एथलीटों को हर मोड़ पर पानी दिया गया है, लेकिन वास्तविक जीवन में, हमें इन मेहनती महिलाओं द्वारा सामना की गई जटिलताओं को समझने की आवश्यकता है.
साथ ही अक्षय कुमार ने ये भी कहा कि पानी के चलते ही उनकी जान बची थी. अक्षय ने बताया कि स्लिप डिस्क के चलते उनकी मुश्किलें काफी ज़्यादा बढ़ गई थीं. ऐसे में उन्होंने हाइड्रोथैरेपी ली थी. बता दें कि न्यूज़18 इंडिया हार्पिक के साथ मिलकर इन दिनों मिशन पानी नाम का एक कैंपेन चला रहा है. इसका मकसद है लोगों को पानी बचाने के लिए प्रोत्साहित करना. अक्षय कुमार इस कैंपेन के एम्बेसेडर हैं. इस कैंपन का थीम है पानी की कहानी भारत की ज़ुबानी. लोग इस कार्यक्रम में देश भर में पानी की कमी को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
Join me Live on #MissionPaani Waterthon, a @CNNnews18 and @harpic_india initiative to learn about water conservation, maintaining it’s sanctity & salute the relentless efforts of #WaterWarriors. This Republic Day, 26th January’21, 12.30 pm onwards. Save the Date #MeriJalPratigya pic.twitter.com/1L4hldZuzv
— Akshay Kumar (@akshaykumar) January 25, 2021
अक्षय कुमार ने इस कार्यक्रम में पानी बचाने और हाइड्रोथैरेपी पर बात की. हाइड्रोथैरेपी पानी के जरिये की जाने वाली एक थेरेपी है, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर इंजरी से ठीक होने के लिए किया जाता है. उन्होंने बताया कि 1990 के दौर में कैसे उन्हें स्लिप डिस्क के चलते परेशानी हुई थी. इसके बाद हाइड्रोथैरेपी के जरिए ही वो पूरी तरह से ठीक हुए थे.
वहीं साथ बी सुपरस्टार ने इससे पहले उन्होंने पानी बचाने के तीन आसान तरीकों के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि हमें मेहमानों को केवल आधा गिलास पानी की पेशकश करनी चाहिए, और अगर उन्हें प्यास लगती है तो वे और अधिक मांग सकते हैं. उन्होंने पानी बचाने के लिए यूरिनल के ऊपर छोटे नल का उपयोग करने का भी अनुरोध किया. उनका यह सुझाव था कि घरों में सेंसर के नल लगाए जाएं जो पानी के उपयोग को नियंत्रित कर सकें.
(Source: News 18)