इंडस्ट्री को लेकर श्रेयस तलपड़े ने किया बड़ा खुलासा, कहा- 'दोस्तों के हितों को ध्यान में रखते हुए फिल्में की लेकिन उन्हीं दोस्तों ने पीठ में छुरा घोंपा'

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कई समय से अभिनेता श्रेयस तलपड़े फिल्मी पर्दे से दूर है. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को कई हिट फिल्में दी है लेकिन बतौर सोलो एक्टर उनकी 'इकबाल' थी. हाल ही में एक इंटरव्यू में श्रेयस ने इंडस्ट्री में अपने बुरे अनुभव को साझा किया है. 

 टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए इंटरव्यू में श्रेयस तलपड़े ने कहा, 'अगर एक सोलो फिल्म काम नहीं करती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य फिल्में भी नहीं करेंगी. मेरी कई सोलो फिल्मों ने भी काम किया है. मुझे लगता है कि मेरे पास केवल एक चीज की कमी थी, वह थी खुद की मार्केटिंग करने की क्षमता. मैं उस विचारधारा से ताल्लुक रखता हूं जो मानता है कि आपके काम से आपको और काम मिलना चाहिए.'

आगे कहा, 'मुझे पता चला कि कुछ ऐसे अभिनेता हैं जो मेरे साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करने को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं और मुझे किसी फिल्म में नहीं लेना चाहते हैं. मैंने दोस्तों के हितों को ध्यान में रखते हुए कुछ फिल्में की हैं लेकिन फिर उन्हीं दोस्तों ने मेरी पीठ में छुरा घोंपा है. मेरे कुछ ऐसे भी दोस्त रहे जो मुझे अपने साथ लिए बिना आगे बढ़ गए और फिल्में बनाते हैं. दरअसल, इंडस्ट्री में 90 फीसदी लोग सिर्फ आपके परिचित होते हैं, सिर्फ 10 फीसदी ही ऐसे होते हैं जो आपके अच्छा करने पर सच में खुशी महसूस करते हैं. अहंकार यहां बहुत नाजुक हैं.'

 

 

अभिनेता ने आगे कहा, 'अमिताभ बच्चन जैसे व्यक्ति को भी बुरे दौर से गुजरना पड़ा, तो हम कौन हैं? वह नीचे गिरे और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए वापस उछले.  ऐसा मेरे साथ भी हो रहा है. हर बार जब मैं डिप्रेस महसूस करता हूं, तो मैं खुद को याद दिलाता हूं कि मैं वह व्यक्ति हूं जिसने 'इकबाल' की थी. मैं आज जहां हूं उससे खुश हूं लेकिन मेरा काम नहीं हुआ है. मैं अभी भी अच्छी भूमिकाओं के लिए भूखा हूं. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हर अभिनेता इस पैच से गुजरता है क्योंकि यह आपको समय के साथ मजबूत होने और चीजों को अधिक महत्व देने में मदद करता है. मैं अभिनय करते हुए मरना चाहता हूं...सेट पर, या मंच पर प्रदर्शन करते हुए.'

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